सौरभ शर्मा की डायरी में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश: जीतू पटवारी ने सरकार पर उठाए सवाल

भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल में आयोजित पत्रकार वार्ता में सौरभ शर्मा की डायरी में सामने आए 6 पन्नों के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। पटवारी ने कहा, “जब 6 पन्नों में 30 करोड़ का हिसाब है, तो 66 पन्नों में कितना होगा, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।”

सौरभ शर्मा की सुरक्षा पर जताई चिंता

पटवारी ने दावा किया कि सौरभ शर्मा की हत्या की आशंका है और सरकार से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा, “तीन एजेंसियां जांच कर रही हैं, लेकिन सौरभ शर्मा का अभी तक कोई पता नहीं चला है। अगर उनके साथ कोई दुर्घटना होती है, तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी।”

6 पन्नों से करोड़ों की वसूली का खुलासा

श्री पटवारी ने कहा कि डायरी के इन पन्नों में आरटीओ चेक पोस्ट और छोटे-बड़े टोल से करोड़ों की वसूली का विवरण दर्ज है। उन्होंने आरोप लगाया कि चेक पोस्ट खत्म करने की घोषणा के बावजूद अवैध वसूली जारी है। उन्होंने कहा, “छोटे टोल से हर महीने 30 लाख और बड़े टोल से 60 लाख वसूले जा रहे हैं।”

जांच एजेंसियों की भूमिका पर सवाल

पटवारी ने लोकायुक्त, ईडी और आईडी पर सवाल उठाते हुए कहा, “सरकार और जांच एजेंसियां इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही हैं। क्यों किसी से पूछताछ नहीं हुई? क्यों सौरभ शर्मा के परिवार या रिश्तेदारों से सवाल नहीं किए गए?”

भाजपा पर भ्रष्टाचार के आरोप

उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “यहां सिर्फ परिवहन विभाग ही नहीं, राजस्व, पुलिस, पंचायत, खाद्य, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग तक में भ्रष्टाचार फैला हुआ है। प्रदेश लूट और करप्शन का गढ़ बन गया है।”

सरकार पर कटाक्ष

पटवारी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का ‘ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा’ का नारा पूरी तरह खोखला साबित हो रहा है। शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रियों ने प्रदेश को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी।”

सीएम से जांच की मांग

पटवारी ने मुख्यमंत्री से इस डायरी की पूरी जांच कराने और पिछले 10 सालों के भ्रष्टाचार का खुलासा करने की मांग की। उन्होंने कहा, “यदि सरकार जांच से बच रही है, तो साफ है कि भ्रष्टाचार में खुद शामिल है।”

पब्लिक से अपील

पटवारी ने जनता से इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की और कहा कि सौरभ शर्मा की डायरी में दर्ज भ्रष्टाचार के हर नाम और हर पैसे का हिसाब सार्वजनिक होना चाहिए।

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