मंडला में वन रक्षक से मारपीट मामला: आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग

राष्ट्रीय विप्र एकता मंच ने पुलिस व वन विभाग से की सख्त कार्रवाई की अपील

मंडला ।  मध्यप्रदेश के खटिया मण्डला वफर जोन में वन रक्षक श्री शिवम तिवारी के साथ निर्ममता पूर्वक मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर मामला सामने आया है। इस घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग की जा रही है।

आरोपियों ने किया करंट और हथियारों से हमला

मिली जानकारी के अनुसार, भागीरथ कांकोडिया (डॉग स्क्वाड, वन विभाग) और महेन्द्रपाल चौधरी (कांस्टेबल) सहित अन्य लोगों ने मिलकर श्री शिवम तिवारी को जानवरों को करंट देने वाली छड़ी से कई बार झटके दिए और अन्य हथियारों व जूतों से बेरहमी से पीटा। इस घटना से भयभीत पीड़ित को 12 फरवरी 2025 को हुए हमले के बाद 25 फरवरी 2025 को अपने भाई और परिवार के साथ एफआईआर दर्ज कराने थाना पहुंचना पड़ा।

हालांकि, थाना प्रभारी ने एफआईआर दर्ज करने के बजाय केवल आवेदन लिया, जिससे मामले में पुलिस की निष्क्रियता उजागर होती है।

वन संपदा को नुकसान पहुंचाने और साजिश का शक

इस घटना के पीछे वन संपदा को नुकसान पहुंचाने और चोरी करने वालों की साजिश मानी जा रही है। ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए गहन जांच और दोषियों को दंडित करना आवश्यक है।

राष्ट्रीय विप्र एकता मंच की मांगें

एसपी मंडला और डीएफओ मंडला को मामले में तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें निलंबित किया जाए।
वन विभाग और पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को दंडित किया जाए।
घटना से जुड़े वीडियो और पीड़ित के आवेदन की समीक्षा कर न्याय सुनिश्चित किया जाए।

राष्ट्रीय विप्र एकता मंच, मध्यप्रदेश ने पुलिस और वन विभाग से शीघ्र न्यायिक और विभागीय कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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