अतिथि विद्वानों के भविष्य को सुरक्षित करने की मांग: 11 सितंबर 2023 की घोषणाओं को लागू करने की अपील
भोपाल। 11 सितंबर 2023 को तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री एवं वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समक्ष, माननीय शिवराज सिंह चौहान द्वारा अतिथि विद्वानों के भविष्य को सुरक्षित करने हेतु की गई घोषणाएँ और मंत्रि परिषद की बैठक में उठाए गए मुद्दे अभी तक अधूरे हैं।
लंबे समय से इन घोषणाओं के लागू होने का इंतजार करने के बाद, हम दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित कर रहे हैं, ताकि इन घोषणाओं पर ध्यान आकृष्ट किया जा सके।
11 सितंबर को की गई घोषणाओं के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:
1. मासिक वेतन: अतिथि विद्वानों को अब कार्य दिवस के बजाय 50,000 रुपये तक का मासिक वेतन प्रदान किया जाएगा।
2. अवकाश सुविधा: अतिथि विद्वानों को शासकीय सेवकों के समान अवकाश सुविधा मिलेगी।
3. स्थानांतरण की सुविधा: पास के महाविद्यालय में स्थानांतरण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
4. PSC परीक्षा में संशोधन: PSC की परीक्षा में 25% पद अतिथि विद्वानों के लिए आरक्षित किए जाएंगे।
5. अंक प्रणाली में संशोधन: प्रति वर्ष चार और अधिकतम 20 अंक देने की प्रक्रिया को बढ़ाकर अधिकतम 10% अंक दिए जाएंगे।
6. स्थायी नियुक्ति: कोई भी अतिथि विद्वान जो लगातार पढ़ाने का कार्य कर रहा है, उसे सेवा से बाहर नहीं किया जाएगा।
1. उपरोक्त घोषणाओं को लागू कराने के लिए तत्काल आदेश जारी किए जाएं।
2. फलेन आउट अतिथि विद्वानों को तुरंत सेवा में लिया जाए।
3. हमारे पद को भरा हुआ माना जाए, और स्थानांतरण या नई नियुक्ति से हमें प्रभावित न किया जाए।
4. अतिथि विद्वानों के लिए अलग कैडर का गठन किया जाए।