भोपाल। राष्ट्रीय संघर्ष समिति EPS 95 पेंशनरों ने आज एक प्रभावी रैली का आयोजन किया, जिसमें पेंशनरों ने अपनी मांगों को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। “हमारी मांग, हमारा हक है” और “हर जुल्म का जोर की टक्कर में संघर्ष” जैसे नारों के साथ पेंशनरों ने अपने अधिकारों की लड़ाई में एकता का प्रदर्शन किया।
कमान्डर अशोक राउत के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन में पेंशनरों ने कहा कि पिछले आठ वर्षों से वे न्यायोचित हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान कई पेंशनर अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा, “उपचार की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण हम गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। एक हजार पेंशनरों को सिर्फ तमाशा बना दिया गया है। अब हम कब तक इंतज़ार करेंगे?”
पेंशनरों ने चेतावनी दी कि केन्द्र सरकार को सावधान होना चाहिए। “हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं तो जेष्ठ नागरिकों का श्राप केन्द्र सरकार को हिला देगा,” उन्होंने कहा। समिति ने मांग की है कि EPS 95 पेंशनरों को 7500 रुपये + DA = 15000 रुपये मासिक पेंशन का आदेश जारी किया जाए, जो पिछले कई वर्षों से लंबित है।
पेंशनरों का आरोप है कि ईपीएफओ के भ्रष्ट अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं और केन्द्र सरकार केवल धन्नासेठों के साथ है। “इस लड़ाई का उद्देश्य जेष्ठ नागरिकों के न्याय के लिए है।” उन्होंने केन्द्र सरकार से निवेदन किया कि वह जल्द से जल्द पेंशन वृद्धि का आदेश पारित करे, ताकि पेंशनरों का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सके।
इस अवसर पर प्रमुख नेताओं ने “कमान्डर अशोक राउत जिन्दाबाद,” “इंजीनियर वीरेन्द्र सिंह राजावत जिन्दाबाद,” और “डा. पीएन पाटिल जिन्दाबाद” के नारों के साथ सभा का समापन किया।
इस प्रदर्शन ने पेंशनरों के अधिकारों के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
भोपाल में EPS 95 पेंशनरों का प्रदर्शन: “हमारी मांग, हमारा हक!”
