भोपाल। कलेक्टर ने स्वास्थ्य संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और आवश्यक सुधारों के लिए अस्पताल प्रशासन को विस्तृत प्रस्ताव भेजा है। इस निरीक्षण में कलेक्टर ने बड़े स्वास्थ्य संस्थानों की सुरक्षा के साथ-साथ अन्य संस्थानों में पुलिस अधिकारियों और प्रभारियों के साथ सुरक्षा उपायों का भी जायजा लिया।
कोलकाता में हुई हालिया घटना के बाद, मध्य प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्णय लिया है। मुख्य सचिव ने संभाग आयुक्त, कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर और अन्य अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का दौरा किया। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे, पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, हाई मास्ट लाइट्स और कंट्रोल कमांड रूम की स्थापना की आवश्यकता को जोर दिया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसके अंतर्गत आगंतुकों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए पास सिस्टम, उचित प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा गार्ड की उपलब्धता, और नजदीकी पुलिस थाने से त्वरित संपर्क की सुविधाएं शामिल हैं।
कलेक्टर ने विभिन्न संस्थाओं के क्षेत्रफल, द्वारों की संख्या, मंजिलों की संख्या और रोगियों की संख्या का विश्लेषण करके एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों, CCTV कैमरे, हाई मास्ट लाइट्स और कंट्रोल कक्ष की स्थापना का सुझाव शामिल है।