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त्यौहारों पर कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने की डीजीपी की अपील

भोपाल। मध्यप्रदेश में आगामी त्यौहारों जैसे गणेश उत्सव, डोल ग्यारस, ईद मिलादुन्नबी, और अनंत चतुर्दशी के दौरान शांति और कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर सक्सेना ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इस बैठक में समस्त एडीजी/आईजी, भोपाल और इंदौर के पुलिस कमिश्नर, रेंज डीआईजी, पुलिस अधीक्षक, और उपायुक्त शामिल हुए।

**त्यौहारों पर विशेष सतर्कता:**
डीजीपी ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को त्यौहारों के दौरान शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तत्परता से योजना बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सभी जिलों को अतिरिक्त बल प्रदान किया गया है, और पुलिस अधीक्षकों को संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने की निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही, बीट स्तर पर शांति समितियों की बैठकें आयोजित करने और इंटेलिजेंस को सक्रिय रखने का निर्देश भी दिया गया है।

**महिला सुरक्षा की प्राथमिकता:**
डीजीपी ने महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने पुलिस बल से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि महिलाओं के खिलाफ कोई भी अभद्रता की घटना न हो। गणेश उत्सव के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे, जैसे कि पंडालों और जुलूस मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सुनसान क्षेत्रों में गश्त बढ़ाई जाएगी।

**असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई:**
डीजीपी ने असामाजिक तत्वों, विशेषकर अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सलाह दी। उन्होंने डीजे संचालकों को आपत्तिजनक गाने बजाने से रोकने के निर्देश भी दिए। असामाजिक गतिविधियों पर निगरानी रखने और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने की आवश्यकता पर बल दिया।

**अन्य विभागों से समन्वय:**
डीजीपी ने अन्य विभागों, जैसे पंचायतों, नगरीय निकायों, और स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाए रखने की सलाह दी। विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और आपदा प्रबंधन के लिए गोताखोरों और नौका दलों की तैनाती सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया।

**संवेदनशील क्षेत्रों पर निगरानी:**
डीजीपी ने पिछले वर्षों में हुए सांप्रदायिक विवादों को देखते हुए संवेदनशील स्थानों की पहचान और उनकी निगरानी करने का निर्देश दिया। शोभायात्रा और विसर्जन यात्रा के मार्गों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता पर बल दिया गया।

**सोशल मीडिया पर निगरानी:**
डीजीपी ने सोशल मीडिया की 24×7 मॉनिटरिंग की आवश्यकता पर जोर दिया और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की सलाह दी। उन्होंने किसी भी अफवाह का तत्काल खंडन कर सही जानकारी प्रदान करने की आवश्यकता भी बताई।

**जनप्रतिनिधियों और मीडियाकर्मियों से सम्पर्क:**
एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) जयदीप प्रसाद ने जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों और प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ निरंतर सम्पर्क बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने विसर्जन के समय विशेष सतर्कता बरतने और असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

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