जबलपुर, 11 सितंबर: मंगलवार रात की तेज बारिश ने शहरवासियों को न केवल उमस से राहत नहीं दी, बल्कि अनेक समस्याओं का सामना भी कराया। रातभर हुई तेज बारिश के चलते कई क्षेत्रों में जलप्लावन की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे लोगों की नींद हराम हो गई। घरों में पानी घुसने के कारण लोग रातभर पानी बाहर निकालने में व्यस्त रहे।
शहर की विद्युत व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित हुई। अमखेरा, रांझी, गोलबाजार, बल्देवबाग जैसे क्षेत्रों में कुछ पेड़ गिरने के कारण 2 से 3 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। इसके अतिरिक्त, विद्युत पोलों से निजी कनेक्शनों में भी खराबी आई, जिससे शिकायतों की बाढ़ आ गई। कई उपभोक्ताओं की शिकायतों का समाधान 24 घंटे से अधिक समय में भी नहीं हो सका।
बारिश के कारण नाले और नालियां कचरे से भर गईं और कई क्षेत्रों में जलप्लावन की समस्या सामने आई। सड़कों पर फैले कचरे और पेड़-पौधों की डालियों के विद्युत लाइनों से टकराने के कारण विद्युत व्यवस्था में और बाधाएं उत्पन्न हुईं। शहर के प्रमुख मार्गों जैसे निवाड़गंज, सब्जी मंडी, गल्ला मंडी, बड़ा फुहारा, और सिविक सेंटर में गंदगी फैल गई और अधिकांश क्षेत्र अंधेरे में डूबे रहे। कटंगा, सिविल लाइन, अंधेरदेव, तिलहरी, बिलहरी, गढ़ा, धनवंतरी नगर, करमेता, विजयनगर, लमती, मदार टेकरी, और आनंद नगर जैसे क्षेत्रों में घंटों बिजली बंद रही, जबकि पॉश इलाकों में भी बार-बार बिजली की आपूर्ति बाधित रही।
नगर निगम ने बारिश से पहले नाले-नालियों की सफाई की बात की थी, लेकिन वास्तविकता यह है कि सड़क की सफाई भी ठीक से नहीं की गई। विद्युत मंडल द्वारा ट्रांसफार्मरों और विद्युत लाइनों के रखरखाव का दावा किया गया था, लेकिन तेज हवाओं के कारण कई क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गई।
नाला सफाई की नियमित प्रक्रिया का अभाव और चोक नालियों के कारण जलप्लावन की समस्या बढ़ गई। हाल ही में साफ किए गए नालों में कचरा नहीं हटाया गया, जिससे पानी के साथ कचरा भी सड़कों पर फैल गया।