अखंड भारत का सपना: मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी का बड़ा बयान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश को भारत में शामिल करने की बात

*बरेली**: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने एक वीडियो संदेश जारी कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) को भारत का हिस्सा बनाने की बात कही थी। मौलाना रिजवी ने कहा कि अखंड भारत का सपना सिर्फ पीओके तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश भी भारत का हिस्सा होना चाहिए।

मौलाना शहाबुद्दीन ने सीएम योगी के उस बयान की तारीफ की, जिसमें उन्होंने कहा था कि “सिंध के बिना हिंद मुकम्मल नहीं है।” मौलाना ने आगे कहा कि यह वही सिंध है जो 1947 से पहले भारत का हिस्सा था और विभाजन के बाद पाकिस्तान में चला गया। उन्होंने कहा, “हम अखंड भारत की बात करते हैं, जिसमें न केवल पीओके, बल्कि पूरा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश शामिल होना चाहिए। यह सभी क्षेत्र कभी भारत का हिस्सा थे और भविष्य में भी भारत का हिस्सा बन सकते हैं।”

**प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी को बताया अखंड भारत के सपने को साकार करने वाले नेता**

मौलाना रिजवी ने कहा, “आज का माहौल अखंड भारत के सपने को पूरा करने के लिए अनुकूल है। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार है। अगर ये दोनों नेता मिलकर प्रयास करें, तो अखंड भारत का सपना जल्द ही साकार हो सकता है।” उन्होंने कहा कि भारतीय मुसलमान और हिंदू भाइयों का सपना हमेशा से अखंड भारत का रहा है, जिसे पीएम मोदी और सीएम योगी मिलकर पूरा कर सकते हैं।

### सीएम योगी ने जम्मू-कश्मीर में दिया था बयान

गौरतलब है कि गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में एक चुनावी सभा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि पीओके जल्द ही भारत का हिस्सा बनने वाला है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी की सरकार बनते ही इस दिशा में काम शुरू किया जाएगा। उनके इस बयान के बाद मौलाना शहाबुद्दीन का समर्थन सामने आया है, जिससे यह मुद्दा और गरमा गया है।

मौलाना शहाबुद्दीन का यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है और लोग इसे अखंड भारत की परिकल्पना के रूप में देख रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह बयान आने वाले समय में बड़े राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।

### क्या है अखंड भारत का सपना?

अखंड भारत की अवधारणा का अर्थ है, विभाजन से पहले का वह भूभाग, जिसमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश भी शामिल थे। विभाजन के बाद ये देश भारत से अलग हो गए, लेकिन कुछ संगठनों और विचारकों का मानना है कि ये क्षेत्र सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भारत का हिस्सा रहे हैं और इन्हें फिर से भारत में शामिल करने की जरूरत है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के इस बयान पर देश के अन्य राजनीतिक और धार्मिक संगठनों की प्रतिक्रिया क्या होती है और क्या यह बयान किसी बड़े राजनीतिक बदलाव की शुरुआत का संकेत है।

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