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अमेरिका में अवैध तरीके से एंट्री करना, नरक के बीच में जिंदगी गुजरना

डंकी रूट पर डकैती, रेप जैसे घटनाओं का करना पड़ता है सामना
वाशिंगटन,। सपने, समृद्धि, सफलता दुनिया भर के लोगों को अपनी ओर खींचती है। जिसकी चाहत में लोग दुनिया के किसी भी कोने में जाने को तैयार रहते हैं। सपनों को साकार करने सैकड़ों भारतीय भी इन लोगों में शुमार हैं। अपने ख्वाबों को पूरा करने के लिए हजारों भारतीय अपनी जान पर खेलकर अवैध रूप से अमेरिका पहुंच रहे हैं। डंकी रूट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो घने जंगलों, कठिन रास्ते वाले इलाकों और उबड़-खाबड़ पानी से होकर गुजरता है।
एक एजेंट ने खुलासा किया कि अमेरिका में अवैध तरीके से एंट्री करने वाले 10-12 फीसदी लोग रास्ते में ही मारे जाते हैं। मानव तस्कर अवैध प्रवासियों को अमेरिका ले जाने के लिए करीब 50 हजार से एक लाख डॉलर यानी करीब 40 लाख से 80 लाख रुपए लेते हैं। शाहरुख खान स्टारर फिल्म डंकी डंकी रूट या डंकी फ्लाइट पर आधारित है, जिसे हजारों भारतीय हर साल अमेरिका, ब्रिटेन या किसी अन्य यूरोपीय देश तक पहुंचने के लिए अपनाते हैं।
इस सफर में तमाम देशों से होते हुए कई पड़ावों से गुजरना पड़ता है, जिनमें पनामा, कोस्टा रिका, अल साल्वाडोर और ग्वाटेमाला जैसे मध्य अमेरिकी देश शामिल हैं, इस खतरनाक सफर में दो साल तक लग जाते हैं। इसमें कई जोखिम होते हैं, जिसमें डकैती, गंभीर चोटें, रेप और आपराधिक गिरोहों के हाथों मौत शामिल है। यह एकमात्र रास्ता नहीं है, जिसके जरिए अवैध अप्रवासी अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं। अवैध अप्रवासी कनाडा के जरिए भी अमेरिका में प्रवेश करते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में करीब 725,000 अनधिकृत भारतीय अप्रवासी हैं, जो उन्हें मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद तीसरा सबसे बड़ा ग्रुप बनाता है। 2023 में रिकॉर्ड 96,917 भारतीयों को अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था। 36 वर्षीय अवैध प्रवासी सुभाष ने बताया कि उन्होंने अपनी सेविंग खर्च की और पैसे उधार लेकर एक गिरोह को 50,000 डॉलर दिए, जिससे वह अमेरिका पहुंच सके। हालांकि, पैसे देने के बाद, उन्हें नेपाल के काठमांडू ले जाया गया, जहां उनका अपहरण कर लिया गया और फिरौती के लिए रखा गया।
अमेरिका पहुंचने और ख्वाबों को पूरा करने की बेताबी भारत में बेरोजगारी, कम आय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में संकट से प्रेरित है। कई परिवार इन अवैध प्रवास सर्विसेज का भुगतान करने के लिए अपनी जमीन, गहने और यहां तक अपने घर भी बेच देते हैं। इस सफर में जोखिम बहुत हैं। अवैध प्रवासियों को सफर के वक्त पकड़े जाने, प्रताड़ित किए जाने, जेल जाने या मारे जाने की आशंका का सामना करना पड़ता है।
जोगिंदर ने यौन हमलों के बारे में बताया कि माफिया, बॉर्डर्स को कंट्रोल करते हैं। रास्ते में कई गलत घटनाएं होती हैं और महिलाओं के साथ भयानक चीजें होती हैं, मैं यहां यह नहीं कह सकता. लेकिन उन्हें अमेरिका पहुंचने के लिए यह सब सहना पड़ता है। छात्र मलकीत सिंह को अमेरिका पहुंचने की कोशिश में तस्करों ने मार डाला। अमेरिका पहुंचने का यह ख्वाब एक नरक से होकर गुजरता है, लेकिन यह उन हजारों लोगों को नहीं रोक पाता, जो अमेरिका पहुंचने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं।

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