बागपत । भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा क्षेत्र में 2018 में महाभारतकालीन लाक्षागृह की खोज के लिए खुदाई की थी। इस उत्खनन में 5000 वर्ष पुराने महल की दीवारों, कंकालों और मानव बस्ती के प्रमाण मिले थे, जो महाभारत काल से जुड़े हो सकते हैं।
क्या है लाक्षागृह का ऐतिहासिक महत्व?
लाक्षागृह (लाख का महल) वह स्थान था, जहां कौरवों ने पांडवों को जिंदा जलाने की साजिश रची थी। इसे महाभारत में बरनावत (वर्तमान बरनावा, बागपत) के पास स्थित बताया गया है।
ASI की खुदाई में क्या मिला?
5000 साल पुराने महल की दीवारों के अवशेष
मानव कंकाल और प्राचीन मानव बस्ती के प्रमाण
महाभारत काल से जुड़े संभावित पुरातात्विक अवशेष
पुरातत्वविदों की राय:
ASI के विशेषज्ञों के अनुसार, यह खोज महाभारत कालीन सभ्यता के प्रमाणों को मजबूत करती है। यहां मिली संरचनाएँ महाभारत में वर्णित लाक्षागृह से मेल खाती हैं।
उत्तर प्रदेश के बागपत में मिली महाभारतकालीन लाक्षागृह के अवशेष, ASI की खुदाई में 5000 वर्ष पुराने महल और मानव बस्ती के प्रमाण
