प्रसिद्ध ग़ज़लकारा अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” को कर्मवीर अलंकरण सम्मान

राष्ट्रीय अनघ अकादमी द्वारा सैनिक स्मृति दिवस पर साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन

भोपाल: राष्ट्रीय अनघ अकादमी, भोपाल द्वारा सैनिक स्मृति दिवस के अवसर पर दुष्यंत संग्रहालय में एक भव्य साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में देशभर से आए साहित्यकारों को विभिन्न विधाओं में सम्मानित किया गया। ग़ज़ल श्रेणी में भोपाल निवासी और प्रख्यात ग़ज़लकारा अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” को कर्मवीर अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया।

सम्मान प्राप्त कर अभिलाषा ने व्यक्त किया आभार

सम्मान प्राप्त करने के बाद अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” ने आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया और कहा,
“यह सम्मान न केवल मेरा बल्कि उन लाखों महिलाओं का भी है, जो अपनी लेखनी के माध्यम से समाज को नई दिशा देने का प्रयास कर रही हैं।”

इस अवसर पर साहित्य जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित थीं, जिनमें ऋषि श्रृंगारी, हरिनाथ शुक्ल (सुल्तानपुर), कुसुम अविचल (कानपुर), महेंद्र भट्ट (ग्वालियर), राजेंद्र गट्टानी (भोपाल), किशोर करैया कैप्टन (नर्मदापुरम), कन्हैया लाल भ्रमर (जयपुर) आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

श्रृंगार रस से सराबोर होती हैं अभिलाषा की ग़ज़लें

देशभर के साहित्य मंचों पर सक्रिय रहने वाली अभिलाषा श्रीवास्तव “अनुभूति” की ग़ज़लें प्रमुख समाचार पत्रों, पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। आकाशवाणी मध्यप्रदेश द्वारा भी उनकी रचनाओं का नियमित प्रसारण किया जाता है। उनकी ग़ज़लों में श्रृंगार रस की प्रमुखता रहती है, जो पाठकों और श्रोताओं को विशेष रूप से आकर्षित करती हैं।

अभिलाषा श्रीवास्तव अपने ग़ज़ल लेखन का श्रेय अपने गुरु, देश के प्रसिद्ध गीतकार और गीत ऋषि, ऋषि श्रृंगारी को देती हैं। उन्होंने कहा,
“गुरुजी के मार्गदर्शन और सान्निध्य में मैंने ग़ज़ल लेखन की बारीकियां सीखी हैं और यह यात्रा सतत रूप से जारी है।”

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