भोपाल: वन विभाग में वर्ष 2008 से नियमित वन रक्षकों ने अपनी सेवा की वरिष्ठता और पुरानी पेंशन योजना के लाभ की मांग को लेकर भोपाल के इंदिरा निकुंज नर्सरी, 74 बंगला से एक जन जागरण आंदोलन की शुरुआत की है। इस आंदोलन के द्वारा वे अपनी पदोन्नति और पेंशन लाभ के लिए दैनिक वेतन भोगी के रूप में की गई सेवा की वरिष्ठता को मान्यता दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
आंदोलन के पहले दिन, वन रक्षकों ने मुख्य सचिव को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने अपनी मांगों को उठाया। इस ज्ञापन में उन्होंने वरिष्ठता की मांग के साथ-साथ पदोन्नति और पूर्ण पेंशन पात्रता के लिए भी आवाज उठाई है।
मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे के अनुसार, दैनिक वेतन भोगी से नियमित हुए वन रक्षकों को उनके सेवाकाल की वरिष्ठता नियमित नियुक्ति के 16 साल बाद भी नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि नियमित नियुक्ति प्राप्त कर्मचारी को विभाग में प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता दी जाए।
इस आंदोलन के माध्यम से, वन रक्षकों ने सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया है। वन रक्षकों का कहना है कि उन्हें दैनिक वेतन भोगी के रूप में की गई सेवा की वरिष्ठता का लाभ नहीं मिलने से आर्थिक नुकसान हो रहा है।
इस आंदोलन के अगले चरणों में वन रक्षकों की योजना और भी बड़े पैमाने पर जन जागरण करने की है, ताकि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाया जा सके। वन रक्षकों की इस पहल को समाज के विभिन्न वर्गों से समर्थन प्राप्त हो रहा है।