भोपाल। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पूरे देश और कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ गई है। कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक को स्थगित कर दिया गया है। मनमोहन सिंह ने कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त की थी, जहां से उन्होंने अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
मनमोहन सिंह एक कुशल अर्थशास्त्री रहे और उन्होंने अपनी सेवाएं कई प्रमुख संस्थानों में दीं। वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्र के प्रोफ़ेसर के रूप में कार्यरत रहे। इसके अलावा, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भी काम किया और योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका निभाई। वह रिज़र्व बैंक के गवर्नर भी रहे और देश के वित्त मंत्री के रूप में कार्य करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मनमोहन सिंह ने 10 वर्षों तक देश के प्रधानमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं और इस दौरान उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी। उनकी नीतियों और दृष्टिकोण ने भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाई।
मनमोहन सिंह का मूल्यांकन समय ही कर सकता है, क्योंकि वह ऐसे महान व्यक्तित्व के धनी थे, जो अपनी सरलता और दृष्टिकोण से बहुत दूर तक प्रभाव छोड़ गए। उनके योगदान और नेतृत्व को भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में सदा याद रखा जाएगा।