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भिंड: स्कूल में हेडमास्टर की लापरवाही से छात्रों का भविष्य संकट में

संवाददाता : पुखराज भटेले

गोहद / भिंड: गोहद विधानसभा क्षेत्र के मौ संकुल अंतर्गत ग्राम पंचायत खेरिया जल्लू के प्राथमिक विद्यालय में हेडमास्टर की लापरवाही के कारण बच्चों का भविष्य खतरे में है। विद्यालय का समय पर न खुलना और छात्रों को स्कूल के बाहर इंतजार करते हुए देखना आम बात बन चुकी है। शनिवार को सुबह 11:30 बजे जब हमारे संवाददाता ने स्कूल का दौरा किया, तो स्कूल पर ताला लटका मिला और छात्र-छात्राएं बाहर खड़े मिले।

ग्रामीणों का आरोप

ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय की हेडमास्टर उर्मिला यादव का मायका इसी गांव में है, जिससे वह अक्सर नियमों की अनदेखी कर मनमर्जी से काम करती हैं। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि स्कूल में बच्चों से झाड़ू-पोछा और अन्य घरेलू कार्य करवाए जाते हैं।

स्कूल में स्टाफ की कमी या लापरवाही?

स्कूल में चपरासी की अनुपस्थिति के कारण कई बार बच्चों से सफाई करवाई जाती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि स्कूल 10 बजे खुलना चाहिए, लेकिन अक्सर देरी से खोला जाता है। ग्रामीणों का सवाल है कि BRC (ब्लॉक संसाधन केंद्र) के निरीक्षक ऐसी लापरवाही पर कार्रवाई क्यों नहीं करते।

हेडमास्टर का पक्ष

इस मामले पर हेडमास्टर उर्मिला यादव ने कहा, “स्कूल में शिक्षकों की कमी है, जिससे कार्य का दबाव बढ़ जाता है। मुझे बच्चों को बुलाने और रसोई से जुड़े कार्य भी देखने पड़ते हैं। मैं रोजाना 11 बजे तक स्कूल पहुंचती हूं। जो शिकायत की गई है, वह झूठी है।”

प्रशासन से कार्रवाई की मांग

गांव वालों ने जिला प्रशासन से इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो और स्कूल समय पर खुल सके।

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