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जी-20 शिखर सम्मेलन: भारत-चीन विदेश मंत्रियों की मुलाकात, सीमा विवाद के समाधान पर चर्चा

रियो डी जेनेरियो। जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह बातचीत भारत और चीन के बीच अक्टूबर 2023 में हुई एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर सैनिकों की वापसी के समझौते के बाद पहली बार हुई है।

सीमा विवाद के समाधान पर प्रगति

जयशंकर ने बैठक में बताया कि 21 अक्टूबर को हुए समझौते के तहत देपसांग और डेमचोक जैसे टकराव बिंदुओं से सैन्य ढांचे को हटाने और टकराव से पहले की स्थिति बहाल करने पर प्रगति हुई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह समझौता लद्दाख क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

भारत-चीन सहयोग पर विचार-विमर्श

दोनों नेताओं ने सीमा विवाद के समाधान के बाद आगे के कदमों और वैश्विक मंचों पर भारत-चीन सहयोग पर चर्चा की। जयशंकर ने कहा कि ब्रिक्स और जी-20 जैसे मंचों पर दोनों देशों के सहयोग ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में उनकी भूमिका को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है।

चीनी विदेश मंत्रालय का बयान

बैठक से पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वह पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बनी सहमतियों को लागू करने और रणनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।

वैश्विक मंचों पर संयुक्त प्रयास

दोनों नेताओं ने जी-20 और ब्रिक्स जैसे मंचों पर द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की संभावनाओं पर भी विचार किया। उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि सीमा पर शांति बनाए रखना और आपसी संवाद को बढ़ाना दोनों देशों की प्राथमिकता होनी चाहिए।

भविष्य की उम्मीदें

भारत-चीन के बीच हालिया प्रगति ने विश्वास बहाली और आपसी सहयोग की नई उम्मीदें जगाई हैं। यह बैठक दोनों देशों के संबंधों में संतुलन और सहयोग की नई संभावनाओं को जन्म दे सकती है।

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