घर-घर जाकर मुफ्त सिम देने का झांसा देकर ठगी।
एक सिम ग्राहक को देकर दूसरी सिम स्वयं रखता था।
फर्जी सिमकार्ड सायबर अपराधियों को बेचकर मोटी रकम कमाता था।
150 से ज्यादा सिमकार्ड सायबर अपराधियों को बेचे।
इन्हीं सिमकार्ड्स से सायबर अपराधी ठगी को अंजाम देते थे।
भोपाल: भोपाल पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सरगना और उसके चार सहयोगियों को सायबर क्राइम ब्रांच भोपाल ने विदिशा के सिरोंज से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके पास से 36 सिमकार्ड, 4 मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
ठगी का तरीका:
गिरोह के सदस्यों ने आईपीएस हरिनारायणाचारी मिश्र की फोटो का उपयोग कर “Hari Narayan” नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई। इस आईडी से भोपाल के निवासियों और पुलिस अधिकारियों के परिचितों से दोस्ती की गई।
फर्जी मैसेंजर चैट के जरिए ट्रांसफर का बहाना बनाकर सस्ते फर्नीचर बेचने का झांसा दिया गया। इसके बाद, फर्नीचर की बुकिंग और ट्रांसपोर्ट शुल्क के नाम पर क्यूआर कोड भेजकर पैसे ट्रांसफर कराए गए।
पुलिस की कार्यवाही:
सायबर क्राइम ब्रांच ने तकनीकी विश्लेषण और मैदानी जांच के आधार पर आरोपियों की पहचान की। चार आरोपियों को सिरोंज से गिरफ्तार किया गया, जो सिमकार्ड एक्टिवेट कर गिरोह को बेचते थे। इससे पहले मुख्य सरगना सहित दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरफ्तार आरोपी:
| क्र. | नाम | शिक्षा | भूमिका |
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| 1 | आकाश नामदेव (19) | 10वीं | सिम एक्टिवेट कर गिरोह को बेचना। |
| 2 | राहुल पंथी (22) | 12वीं | आकाश से सिम खरीदकर अन्य को बेचना। |
| 3 | विवेक रघुवंशी (22) | ग्रेजुएट | राहुल से सिम लेकर गिरोह को सप्लाई करना। |
| 4 | सोनू कुर्मी (22) | ग्रेजुएट | विवेक से सिम खरीदकर मुख्य सरगना तक पहुंचाना।|
पूर्व में गिरफ्तार आरोपी:
| क्र. | नाम | शिक्षा | भूमिका |
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| 1 | सुनील प्रजापति (24) | 8वीं | कॉलिंग और फर्जी बैंक खातों के जरिए पैसे निकालना। |
| 2 | शकील मोहम्मद (मुख्य सरगना) | 10वीं | फर्जी फेसबुक आईडी बनाना और ठगी को अंजाम देना। |
पुलिस टीम:
निरीक्षक अशोक मरावी, उपनिरीक्षक देवेंद्र साहू, सहायक उपनिरीक्षक चिन्ना राव और अन्य पुलिसकर्मी।
सतर्कता संदेश:
सायबर अपराध से बचने के लिए भोपाल सायबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 9479990636 या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।