भोपाल में ‘ज्ञान विद्या समय अमृत वर्षायोग 2024’ का शुभारंभ

भोपाल, – श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर, अयोध्या नगर, भोपाल में आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज एवं आचार्य श्री 108 समय सागर जी महाराज की शिष्या ज्येष्ठ श्रेष्ठ आर्यिका माँ 105 गुरूमति माता जी, आर्यिका माँ 105 दृढमति माता जी, आर्यिका माँ 105 अकलंकमति माता जी एवं आर्यिका माँ 105 सिद्धमति माता जी की उपस्थिति में “ज्ञान विद्या समय अमृत वर्षायोग 2024” का आयोजन हो रहा है।

इस आयोजन के तहत मंगल कलश स्थापना कार्यक्रम आचार्य विद्यासागर सभागार में संपन्न हुआ। जयपुर से निर्मित सुंदर कलशों को भोपाल लाया गया है। आर्यिका माँ सिद्धमति माता जी ने प्रवचन में कलश स्थापना के महत्त्व को समझाते हुए कहा कि कलश स्थापना करने वाले परिवार को कई पीढ़ियों तक पुण्य प्राप्त होता है।

मंगल कलश स्थापना

चातुर्मास में प्रथम मंगल कलश की स्थापना का सौभाग्य श्रीमती लक्ष्मी गोधा, विकास गोधा-मीना गोधा परिवार को प्राप्त हुआ। अन्य कलश स्थापना इस प्रकार हुई:
– द्वितीय चातुर्मास कलश: श्री मुकेश जैन, जितेश जैन स्टोन परिवार
– तृतीय ज्ञान कलश: श्री एन सी जैन, विवेक जैन परिवार
– चतुर्थ आचार्य ज्ञानसागर कलश: इंजीनियर मनोज जैन, ममता जैन परिवार
– पंचम आचार्य श्री विद्यासागर कलश: श्री हेमपाल सिंघई, आदित्यपाल सिंघई परिवार
– छठवाँ आचार्य श्री समयसागर कलश: रत्नेश जैन, स्नेहा जैन परिवार
– सातवाँ आर्यिका गुरूमति माता जी कलश: डी एल जैन सागर एवेन्यू परिवार
– आठवाँ आर्यिका दृढमति माता जी कलश: श्री प्रमोद चन्देरी अहिंसा विहार परिवार
– नौवाँ आर्यिका अकलंकमति माता जी कलश: श्री संदीप जैन परिवार
– दसवाँ आर्यिका सिद्धमति माता जी कलश: सुशील जैन, रश्मि जैन परिवार

विशेष कलश स्थापना

जीवदया के लिए एक विशेष कलश की स्थापना की गई, जिसकी राशि गौशाला को दान की जाएगी। इस कलश की स्थापना का सौभाग्य देवेन्द्र कुमार जैन सागर एवेन्यू परिवार को मिला।

सांस्कृतिक कार्यक्रम

इस अवसर पर पाठशाला के बच्चों ने संत समागम से जीवन परिवर्तन पर सुंदर नाटक प्रदर्शित किया और अयोध्या नगर की बहू मंडल ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया।

प्रमुख अतिथि एवं समर्पण

इस अवसर पर भोपाल पंचायत कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज बाँगा, अयोध्या नगर जैन मंदिर के सह सचिव हिमांशु जैन, अमिताभ मनया, जितेश स्टोन, राकेश जैन फ्लोरा, मनीष मूँगवाली, सागर, बंडा, राहतगढ़ और विदिशा से आए भक्तगण उपस्थित रहे। आर्यिका अकलंकमति माता जी ने आचार्य श्री विद्यासागर जी के जीवन से जुड़े प्रेरक संस्मरण सुनाए। कार्यक्रम का निर्देशन नगर गौरव ब्रह्मचारी अविनाश भैया ने किया।

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