भोपाल। राजधानी के पुराने शहर के मंगलवार क्षेत्र की निवासी हर्षना विकास जैन बोहरा पिछले 15 वर्षों से रंगोली कला के माध्यम से सामाजिक और आध्यात्मिक संदेश दे रही हैं। इस दीपावली पर हर्षना ने भगवान राम के नए रूप और अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर को भावनात्मक और भक्ति से प्रेरित रंगोली के जरिए उकेरा।
हर्षना ने अपनी रंगोली कला का उपयोग पहले भी कई संदेश देने के लिए किया है, जिनमें स्वच्छ भारत अभियान, मां की ममता, पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण मुक्त भारत, जीव दया, और भगवान महावीर के अहिंसा के सिद्धांत शामिल हैं।
हर्षना का कहना है, “रंगोली बनाना मेरा शौक है और इसे बचपन से ही दिवाली को खास बनाने के लिए इस्तेमाल करती आ रही हूं। दिवाली की सफाई, पकवान बनाने, शॉपिंग और सजावट की थकान मेरे लिए रंगोली बनाकर मिट जाती है।”
हर्षना ने पिछले 15 सालों में विभिन्न रचनात्मक और नवाचारी रंगोलियों का निर्माण किया है। इनमें भगवान श्रीकृष्ण, श्री गणेश, और श्री राम की रंगोलियां प्रमुख हैं। इसके अलावा, उन्होंने कोरोना, स्वच्छता अभियान, और राम मंदिर जैसे वर्तमान विषयों पर भी अपनी कला का प्रदर्शन किया है।
रंगोली क्लासेस और कला का प्रचार
हर्षना ने रंगोली सिखाने के लिए कई क्लासेस भी आयोजित की हैं, जिनमें पानी के अंदर और पानी के ऊपर बनाई जाने वाली अनोखी रंगोलियों का प्रदर्शन किया। संस्कार भारती शैली की रंगोली सहित उनकी सिखाई रंगोलियों को लोगों ने सराहा और पसंद किया।
हर्षना का यह योगदान समाज में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संदेश फैलाने का एक अनूठा प्रयास है, जिसे उन्होंने कला के माध्यम से साकार किया है।