सीएमएचओ के औचक निरीक्षण का असर: तय समय पर स्वास्थ्य संस्थानों में उपस्थित मिला स्टाफ, ईशान नगर के डॉ. संजय मल्होत्रा पर होगी सेवा समाप्ति की कार्रवाई
भोपाल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी के निर्देश पर स्वास्थ्य संस्थाओं में कर्मचारियों की उपस्थिति का औचक निरीक्षण लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। कड़ी मॉनिटरिंग और सख्त कार्रवाई के चलते अधिकतर स्वास्थ्य संस्थानों में स्टाफ सुबह 9 बजे ही उपस्थित पाया गया।
शुक्रवार को हुए निरीक्षण के बाद 20 चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ वेतन कटौती और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। शनिवार को पुनः निरीक्षण के दौरान सिविल अस्पताल गोविंदपुरा, सिविल डिस्पेंसरी पिपलानी, आनंद नगर, 1100 क्वार्टर, बागसेवनिया सहित संजीवनी क्लिनिक बाबा नगर और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ईशान नगर में ओपीडी सेवाओं की जांच की गई। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का निरीक्षण हुआ।
डॉ. संजय मल्होत्रा पर सख्त कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ईशान नगर में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय मल्होत्रा अनुपस्थित पाए गए। उन्होंने एक दिन पूर्व ही उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर कर दिए थे। डॉ. मल्होत्रा की कार्यशैली को लेकर पूर्व में भी शिकायतें मिली थीं। कर्तव्य में लापरवाही और उदासीनता को देखते हुए उनके खिलाफ सेवा समाप्ति की कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।
सीएमएचओ का बयान
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने कहा कि “मरीजों को समय पर उपचार उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य संस्थाओं का औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मरीजों से फीडबैक भी लिया जा रहा है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जा सके।”
प्रमुख बिंदु:
1. औचक निरीक्षण का असर: अधिकतर स्टाफ समय पर उपस्थित मिला।
2. डॉ. संजय मल्होत्रा: लगातार लापरवाही के कारण सेवा समाप्ति की कार्रवाई होगी।
3. कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई: 20 कर्मचारियों के खिलाफ वेतन कटौती और नोटिस जारी।
4. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों का निरीक्षण: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और शहरी डिस्पेंसरियों में ओपीडी सेवाओं की सघन जांच।