भोपाल कलेक्टर श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए सार्थक ऐप आधारित उपस्थिति को अनिवार्य करते हुए आदेश जारी किया है। अब 1 अप्रैल 2025 से सभी स्वास्थ्य संस्थानों में उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं होगी।
सार्थक ऐप से उपस्थिति के फायदे:
कार्यस्थल से सीधे उपस्थिति दर्ज करने की सुविधा
मुख्यालय आने-जाने की जरूरत नहीं, समय और ईंधन की बचत
मैदानी कर्मचारियों के लिए अधिक कार्य समय उपलब्ध
कागज रहित प्रक्रिया से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा
GPS आधारित बायोमेट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य
स्वास्थ्य विभाग के तहत सभी कार्यालयों और अस्पतालों में सार्थक ऐप से ही उपस्थिति मान्य होगी। इससे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने में आसानी होगी।
समस्या होने पर मिलेगा प्रशिक्षण
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि यदि किसी कर्मचारी को सार्थक ऐप के उपयोग में कोई कठिनाई होती है, तो वे अपनी संस्था की लेखा या स्थापना शाखा से 10 दिन के भीतर प्रशिक्षण ले सकते हैं।
भोपाल: स्वास्थ्य विभाग में अब “सार्थक ऐप” से होगी उपस्थिति दर्ज, कलेक्टर ने जारी किए आदेश
