वाराणसी गैंगरेप केस में नया मोड़: पीड़िता ने कोर्ट में दिए बयान बदले, SIT कर रही वसूली के एंगल से जांच

वाराणसी (उत्तर प्रदेश): यूपी के वाराणसी में सामने आए सनसनीखेज गैंगरेप मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। 18 वर्षीय युवती द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में दावा किया गया था कि उसे सात दिन तक बंधक बनाकर 23 लड़कों ने गैंगरेप किया। इस गंभीर आरोप के बाद वाराणसी पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार्रवाई की थी और 14 आरोपियों को जेल भेज दिया गया था।

लेकिन अब इस वाराणसी गैंगरेप केस में नाटकीय बदलाव देखने को मिल रहा है। पीड़िता ने कोर्ट में अपने बयान में कुछ लड़कों को निर्दोष बताया है, वहीं कुछ आरोपियों के परिवारों से पैसे की मांग करने की बात भी सामने आई है। बताया जा रहा है कि लड़की की ओर से बयान बदलने के बदले परिवारों से आर्थिक सौदेबाजी की कोशिश की गई।

इन सभी परिस्थितियों और सामने आए सबूतों को देखते हुए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने इस मामले की विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी है। SIT अब इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं यह पूरा मामला एक सुनियोजित वसूली रैकेट का हिस्सा तो नहीं है।

मेडिकल जांच में भी एक अहम तथ्य सामने आया है – लड़की के शरीर पर किसी भी प्रकार की चोट के निशान नहीं पाए गए हैं, जिससे केस की सच्चाई पर सवाल उठने लगे हैं। इस मामले में कुछ व्हाट्सएप चैट और ऑडियो रिकॉर्डिंग्स भी पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनमें पीड़िता के पक्ष द्वारा सौदेबाजी की बात कही जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस यूपी गैंगरेप केस को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन अब जब मामले में लगातार नए मोड़ सामने आ रहे हैं, तो पूरी जांच एसआईटी को सौंप दी गई है, जो हर पहलू से इसकी पड़ताल कर रही है।

मुख्य बिंदु:

वाराणसी में 18 वर्षीय लड़की ने 23 युवकों पर 7 दिन तक गैंगरेप का आरोप लगाया था

14 आरोपी पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं

कोर्ट में बयान बदलने और पैसे की मांग के आरोप लगे

मेडिकल रिपोर्ट में नहीं मिले कोई चोट के निशान

SIT कर रही वसूली के एंगल से जांच

PM मोदी ने मामले का लिया संज्ञान, कड़ी कार्रवाई के निर्देश


इस मामले में आगे की जांच के आधार पर साफ होगा कि यह वास्तव में यूपी में गैंगरेप का मामला है या फिर किसी वसूली साजिश का हिस्सा।

Exit mobile version