भोपाल । पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा कि जरूरी नहीं जो भाजपा को वोट नहीं दे, वह रामभक्त नहीं। हर रामभक्त भाजपा को वोट देगा, ऐसा अहंकार हमें नहीं पालना चाहिए। उमा ने यूपी में लोकसभा में भाजपा को मिलीं कम सीटों पर चिंता जाहिर की। बोलीं- यूपी में निश्चित रूप से सीटें कम हुई हैं। यहां सामाजिक व्यवस्था अलग है। भाजपा समीक्षा करेगी। मैं भी अपना मत दूंगी।
उमा भारती ने कहा, पहले हिंदू समाज का मन समझना होगा। हिंदू समाज, समाज व्यवस्था और धर्म व्यवस्था को एक नहीं करता है। उधर, इस्लामिक समाज है जो समाज व्यवस्था और धर्म व्यवस्था को एक करके चलता है। उसी हिसाब से अपना वोट देता है। लेकिन हिंदू समाज सामाजिक व्यवस्था के अनुरूप वोट देता है। हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि हिंदुओं की रामभक्ति कम हो गई है। वे रामभक्त तो हैं, लेकिन किसी कारणवश वोट भाजपा को नहीं देना चाहते हैं।
अयोध्या में ढांचा गिराने के बाद भी हार गई थी भाजपा
उमा भारती ने कहा, उत्तर प्रदेश में लोकसभा के चुनावी परिणामों पर मोदी-योगी को ब्लेम करना ठीक नहीं है। 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के बाद भी भाजपा हार गई थी। इसके बावजूद हमने अयोध्या में राम लला के मंदिर को अपने एजेंडे से बाहर नहीं किया था। हमारे हर चुनाव में अयोध्या रही थी। हमने कभी अयोध्या को वोट से नहीं जोड़ा, इसी तरह अब हम मथुरा-काशी को भी वोट से नहीं जोड़ रहे हैं। मथुरा-काशी हमारे हृदय से जुड़े हैं।
जरूरी नहीं कि भगवान हर इच्छा पूरी करे
लोकसभा चुनाव में 400 सीट नहीं मिलने पर पूर्व सीएम ने कहा, उनकी इच्छा 500 पार की थी, लेकिन भगवान हर इच्छा पूरी नहीं करते हैं। इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आप को प्रधान सेवक कहा था। हम सबने अपने आप को मोदी का परिवार कहा था। इसके बावजूद मंशा अनुरूप सीटें नहीं आईं, इसकी समीक्षा भाजपा करेगी। क्योंकि मैं समीक्षा करने वाली टीम में शामिल नहीं हूं। 400 की जगह 240 सीटें आने का कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा ही बता पाएंगे।
केंद्र में सरकार चलाने में नहीं आएगी कोई परेशानी
केंद्र में बिहार के सीएम नीतीश यादव और आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू के सहयोग से बनी सरकार पर पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा कि केंद्र में सरकार चलाने में कोई परेशानी नहीं आने वाली है। नीतीश कुमार पहले से हमारे साथ रहे हैं और चंद्रबाबू नायडू पिछले समय में भी हमारे साथी थे। वह अटल जी के समय से हमारे साथ रहे हैं। यह कोई विजातीय तत्व नहीं है। उन्होंने पहले भी साथ काम किया है, अब भी कर रहे हैं।
एमपी में मोहन सरकार ने रचा इतिहास
एमपी में लोकसभा चुनाव में भाजपा को 29 सीटें मिलने पर पूर्व सीएम ने कहा, जब से मध्यप्रदेश बना है, तब से पहली बार हुआ है कि मोहन सरकार में भाजपा ने 29 में से 29 सीटें जीती हैं। इससे पहले जब वह सीएम थीं, तब सबसे ज्यादा 29 में से 25 सीटें जीती थीं। जीत का आंकड़ा बढ़ता ही गया और इस बार मोहन यादव प्रगति की ओर ले गए। इस बार 29 में से 29 सीटें भाजपा ने जीती हैं।