भोपाल: जहांगीराबाद थाना पुलिस ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फर्जी आईडी बनाकर नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई भोपाल शहर में बढ़ते साइबर अपराधों और धोखाधड़ी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए की गई है। पुलिस उपायुक्त जोन-1 प्रियंका शुक्ला, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रश्मि अग्रवाल दुबे, और सहायक पुलिस आयुक्त सुनील श्रीवास्तव के निर्देशन में इस मामले को सुलझाने में सफलता मिली है।
### **घटना का पूरा विवरण:**
25 सितंबर 2024 को आवेदक अविनाश मालवीय ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि एक ऑनलाइन जॉब पोर्टल पर नौकरी खोजते समय उसे तुषार नायक नामक व्यक्ति ने संपर्क किया और नौकरी दिलाने के लिए पैसे मांगे। आवेदक ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 16,000 रुपये की राशि QR कोड के माध्यम से तुषार नायक को ट्रांसफर कर दी। इसके बाद, तुषार ने कंपनी में और उम्मीदवारों की आवश्यकता का हवाला देते हुए और पैसे जमा करने की मांग की।
जब आवेदक को संदेह हुआ, तो उसने मामले की जांच की। पता चला कि आरोपी उत्तम त्रिपाठी ने तुषार नायक के नाम से फर्जी आईडी बनाकर आवेदक और उसके दोस्तों को धोखा दिया है। उत्तम त्रिपाठी ने न केवल आवेदक से बल्कि अन्य कई लोगों से भी इसी तरह से धोखाधड़ी कर लगभग 5,60,000 रुपये हड़प लिए थे।
### **जांच में सामने आया:**
– आरोपी उत्तम त्रिपाठी ने फर्जी जॉब ऑफर लेटर और अन्य दस्तावेजों को एडिट कर लोगों को भेजा।
– उसने अपने यूको बैंक, यूनियन बैंक, एक्सिस बैंक, और कोटक महिंद्रा बैंक खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर की।
– आरोपी ने पैसे को शेयर मार्केट में निवेश किया और अपने दोस्त ऋषिकेश महंता के बैंक खाते का भी इस्तेमाल किया।
### **गिरफ्तारी की प्रक्रिया:**
पुलिस ने आवेदक द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर की सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी की लोकेशन का पता लगाया। जहांगीराबाद थाना पुलिस ने एमपी नगर क्षेत्र से उत्तम त्रिपाठी को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान, उसने फर्जी आईडी बनाकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की बात स्वीकार की।
### **जांच में मिले सबूत:**
– आरोपी के पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर और 70,000 रुपये नकद बरामद किए गए।
– पुलिस ने उसके विभिन्न बैंक खातों और ऑनलाइन वॉलेट की जानकारी भी जुटाई है, जिससे पता चला कि उसने ठगी की रकम शेयर मार्केट में निवेश की थी।
### **पुलिस की सराहनीय भूमिका:**
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी भोजराज सिंह के नेतृत्व में सब-इंस्पेक्टर जनार्दन मिश्रा, लक्ष्मण राय, प्रआर 2255 समयलाल, आरक्षक अतुल तिवारी, योगेंद्र सेंगर, और सायबर जोन-1 से पुष्पेंद्र भदौरिया ने अहम भूमिका निभाई।
भोपाल पुलिस ने साइबर क्राइम के इस मामले को सुलझाकर एक बड़ी सफलता हासिल की है और लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी है कि वे ऑनलाइन जॉब ऑफर के झांसे में न आएं और किसी भी अनजान व्यक्ति को पैसे ट्रांसफर करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।