भोपाल: मध्य प्रदेश के शासकीय अस्पतालों में वर्षों से सेवाएं दे रहे 12,000 से अधिक आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी 2 अक्टूबर 2024 को शासन की दोहरी नीतियों और शोषण के खिलाफ जल सत्याग्रह करेंगे। एनएचएम संविदा आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के नेतृत्व में यह प्रदर्शन दोपहर 11 बजे श्यामला हिल्स स्थित कमला पार्क के सामने शीतल दास की बगिया घाट पर आयोजित होगा।
प्रमुख मांगे:
1. नियमितीकरण की मांग: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अधीन संविदा पर कार्यरत सपोर्ट स्टाफ, जिनमें डाटा एंट्री ऑपरेटर, वार्ड आया, सफाई कर्मी, सिक्योरिटी गार्ड और ऑक्सीजन टेक्नीशियन शामिल हैं, को विभाग में रिक्त पदों पर नियमित किया जाए।
2. न्यूनतम वेतन: सभी आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए न्यूनतम ₹21,000 मासिक वेतन की नीति बनाई जाए। वर्तमान में उन्हें दिए जा रहे ₹5,500 से ₹9,000 के वेतन में वृद्धि की जाए, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
3. भ्रष्टाचार की जांच: कर्मचारियों का आरोप है कि अधिकारियों और आउटसोर्स कंपनियों के कमीशन के कारण उन्हें मिलने वाला बजट (₹16,132 प्रति माह) का एक बड़ा हिस्सा हड़प लिया जाता है। इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए।
4. वेतन भुगतान में देरी: प्रदेश के कई जिलों में कर्मचारियों को पिछले 3-4 महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके सामने आजीविका का संकट उत्पन्न हो गया है। इस समस्या का जल्द समाधान किया जाए।
5. रिक्त पदों पर भर्ती: विभाग में वार्ड बॉय, चौकीदार, वायरमैन, माली, आया, दाई और डाटा एंट्री ऑपरेटर जैसे चतुर्थ श्रेणी के हजारों पद वर्षों से खाली पड़े हैं। इन पदों पर आउटसोर्स कर्मचारियों को प्राथमिकता के साथ भर्ती किया जाए।
आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं की गईं, तो वे आगे उग्र आंदोलन करने पर विवश होंगे। सरकार को इस मुद्दे पर जल्द से जल्द कदम उठाना चाहिए, ताकि प्रदेश के हजारों कर्मचारी अपने अधिकारों की लड़ाई को और न बढ़ाएं।