इंदौर। एमआईसी सदस्य रहे जीतू यादव का इस्तीफा देने के बाद उनके आपराधिक रिकॉर्ड तेजी से सामने आ रहे हैं। खबरों के मुताबिक, महज 11 साल की उम्र से ही जीतू अपराध की दुनिया में कदम रख चुके थे। उनके खिलाफ इंदौर के विभिन्न थानों में अब तक 11 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पार्टी ने भी इस विवाद के बीच सख्त कदम उठाते हुए जीतू यादव को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। वहीं, इस्तीफे के बाद उनकी गिरफ्तारी की संभावना भी प्रबल हो गई है।
जीतू यादव पर दर्ज आपराधिक मामलों की सूची:
1. 108/1999 – मारपीट, जान से मारने की धमकी (परदेशीपुरा थाना)
2. 141/1999 – जुआ एक्ट (परदेशीपुरा थाना)
3. 112/2005 – मारपीट, जान से मारने की धमकी (परदेशीपुरा थाना)
4. 217/2005 – मारपीट, जान से मारने की धमकी (परदेशीपुरा थाना)
5. 960/2005 – लूट, शासकीय कार्य में बाधा, लोक संपत्ति को नुकसान (संयोगितागंज थाना)
6. 28/2010 – मारपीट, जान से मारने की धमकी (परदेशीपुरा थाना)
7. 178/2010 – मारपीट व अन्य (परदेशीपुरा थाना)
8. 257/2011 – हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट (परदेशीपुरा थाना)
9. 64/2017 – मारपीट, जान से मारने की धमकी व अन्य (परदेशीपुरा थाना)
10. 303/2019 – प्रतिबंधात्मक धारा (परदेशीपुरा थाना)
11. 17/2019 – प्रतिबंधात्मक धारा (परदेशीपुरा थाना)
‘दो नंबरी क्षेत्र’ से जुड़ा इतिहास
जीतू यादव का नाम अक्सर इंदौर के कुख्यात “दो नंबरी क्षेत्र” से जुड़ता रहा है। उनके खिलाफ दर्ज मामलों में हत्या के प्रयास, मारपीट, लूट, और शासकीय कार्य में बाधा जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।
पार्टी और जनता का रुख
पार्टी से निष्कासन और इस्तीफे के बाद जीतू यादव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है। जनता और क्षेत्रीय नेताओं ने इस पर सख्त कदम उठाने की मांग की है। इस घटनाक्रम ने राजनीति और अपराध के बीच के रिश्ते पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।