ग्लैमर ग्रुप की महिलाओं का जीव दया अभियान: भोपाल में गर्मी से बेहाल पक्षियों के लिए वितरित किए दाना और सकोरे

भोपाल, । भीषण गर्मी में पशु-पक्षियों की सेवा और संरक्षण के उद्देश्य से भोपाल की सामाजिक संस्थाएं और स्वयंसेवी समूह सक्रिय हो गए हैं। इसी कड़ी में भोपाल की चर्चित महिला समूह ‘ग्लैमर ग्रुप’ द्वारा चलाए जा रहे “जीव दया अभियान” के तहत पक्षियों के लिए दाना और सकोरे (पानी के बर्तन) वितरित किए गए।
ग्लैमर ग्रुप की सखी-सहेलियों ने गर्मी में पक्षियों के लिए दाना-पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु महावीर टेकरी पर यह सेवा कार्य शुरू किया। इस मौके पर महिलाओं ने सामूहिक प्रार्थना के साथ सभी जीवों के कल्याण और पृथ्वी पर शांति और सद्भावना की कामना की।
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महावीर जयंती और रामनवमी पर लिया सेवा का संकल्प
ग्लैमर ग्रुप की प्रमुख एडमिन निशिता सिंह ने बताया कि भगवान महावीर जयंती और रामनवमी जैसे पवित्र अवसरों पर समूह ने गो सेवा और पक्षी सेवा का संकल्प लिया है। अभियान की शुरुआत गौशालाओं में जाकर गौ सेवा से की गई, जिसके बाद अब लगातार पक्षियों के लिए पानी और दाना की व्यवस्था की जा रही है।
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सामाजिक जागरूकता और महिलाओं की भागीदारी
इस सेवा आयोजन की मुख्य होस्ट पलक मालवीय ने सभी सहभागियों को “जीव दया का प्रतीक चिन्ह” भेंट कर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि गर्मी के इस मौसम में हर व्यक्ति को पशु-पक्षियों की सेवा में योगदान देना चाहिए। यह अभियान केवल सेवा ही नहीं बल्कि सामाजिक जागरूकता का भी प्रतीक है।
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इस मौके पर मौजूद रहीं ये महिलाएं
इस पुण्य कार्य में शामिल रहीं महिलाओं में प्रमुख नाम रहे –
निशिता सिंह, पलक मालवीय, तोशिबा कोहली खरे, मोनिका यादव, अनामिका शर्मा, वंशिका तलरेजा, अमिता श्रीवास्तव, माही नरायणी, प्रतिभा यादव, आराधना श्रीवास्तव, अंशु, पलक आहूजा, गरिमा चंद्रिका, आरती साहू और रेणु यादव सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता महिलाएं।
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अभियान रहेगा जारी
ग्लैमर ग्रुप की महिलाओं ने यह भी घोषणा की कि यह जीव दया और दाना-पानी अभियान निरंतर रूप से पूरे भोपाल शहर में जारी रहेगा। समूह शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, मंदिरों और कॉलोनियों में सकोरे वितरित कर रहा है ताकि पक्षियों को भीषण गर्मी में राहत मिल सके।
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निष्कर्ष:
भोपाल की महिलाओं द्वारा चलाया गया यह सेवा कार्य न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरणास्पद है, बल्कि सामाजिक सरोकारों के लिए भी एक मिसाल है। गर्मी में पक्षियों के लिए दाना और पानी की व्यवस्था करना एक छोटी-सी सेवा है जो बड़ी राहत बन जाती है।