राजधानी में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री पर जीतू पटवारी का हमला: “सरकार के लिए शर्मनाक”

भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राजधानी भोपाल में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इसे प्रदेश सरकार की “नाकामी और शर्मनाक स्थिति” करार देते हुए कहा कि राजधानी में सरकार की नाक के नीचे इस तरह की गतिविधियां चलना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। पटवारी ने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में नशे का जाल फैल चुका है और युवा पीढ़ी इसकी चपेट में है।

मध्य प्रदेश की स्थिति पंजाब से भी बदतर: जीतू पटवारी

श्री पटवारी ने कहा कि आज मध्य प्रदेश की स्थिति पंजाब से भी बुरी हो गई है। महिलाएं पानी के लिए 10 किलोमीटर तक जाने को मजबूर हैं, वहीं रात 2 बजे भी कोई एमडी (ड्रग्स) और शराब मांगता है तो वह उपलब्ध हो जाती है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में नशे का वितरण तो व्यवस्थित हो गया है, लेकिन पानी का वितरण अब तक नहीं हो पाया। सरकार दावा कर रही है कि घर-घर पानी पहुंचा रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि अधिकांश जल योजनाएं अधूरी पड़ी हैं और ठेकेदारों को एक साल से भुगतान नहीं हुआ है।

राजधानी में 5,000 किलो ड्रग्स का कच्चा माल बरामद, पुलिस-इंटेलिजेंस पर सवाल

श्री पटवारी ने कहा कि राजधानी के भीतर 5,000 किलो ड्रग्स का कच्चा माल बरामद होना दर्शाता है कि यदि यह ड्रग्स बन जाती, तो हजारों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जाता। उन्होंने सवाल उठाया कि जब गुजरात पुलिस आकर छापा मार सकती है, तो मध्य प्रदेश पुलिस और इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट क्यों सो रहे हैं? गुजरात की पुलिस को भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री की जानकारी थी, लेकिन यहां की पुलिस को नहीं? यह बेहद गंभीर मामला है, और यह फैक्ट्री कब से चल रही है, कितना ड्रग्स पहले ही बनाया जा चुका है—इसकी जांच होना जरूरी है।

मध्य प्रदेश में जन जागरण अभियान चलाएगी कांग्रेस

जीतू पटवारी ने घोषणा की कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी नशे के खिलाफ प्रदेशभर में जन जागरण अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर कोने में गली-गली में नशीले पदार्थ, शराब, गांजा, स्मैक और अन्य ड्रग्स खुलेआम बेचे जा रहे हैं। यह एक बड़ा व्यवसाय बन चुका है, जो बिना सत्ता और अधिकारियों के संरक्षण के संभव नहीं है।

ड्रग्स फैक्ट्री संचालन के पीछे सत्ता का संरक्षण?

पटवारी ने आरोप लगाया कि जब तक सत्ता का संरक्षण और अधिकारियों का समर्थन नहीं होता, तब तक इस तरह के नशीले पदार्थों का इतना बड़ा कारोबार नहीं फल-फूल सकता। अपराधियों द्वारा राजधानी में फैक्ट्री स्थापित करना यह दर्शाता है कि उन्हें न तो पुलिस का डर है और न ही किसी कार्रवाई का।

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