भोपाल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 को लेकर भाजपा सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर में हुई समिट में 10 लाख नौकरियों का वादा किया गया था, लेकिन सरकार के ही आंकड़े बताते हैं कि सिर्फ़ 20,000 रोज़गार मिल पाए हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट: बड़े दावे, हकीकत कुछ और?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 2023 में इंदौर में हुए इन्वेस्टर्स समिट पर सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च किए, लेकिन उद्योग विभाग खुद स्वीकार कर रहा है कि 77 लाख वर्ग मीटर ज़मीन आवंटित होने के बावजूद अब तक कोई उद्योग शुरू नहीं हुआ।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में दोहराए गए पुराने निवेश प्रस्ताव
कमलनाथ ने यह भी आरोप लगाया कि मार्च 2024 में उज्जैन में हुए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में पुराने निवेश प्रस्तावों को दोबारा पेश कर जनता को भ्रमित करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि इन्हीं प्रस्तावों को मार्च 2023 में इंदौर समिट में भी शामिल किया गया था।
20 साल से इन्वेस्टर्स समिट पर खर्च, लेकिन नतीजे शून्य?
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा सरकार पिछले 20 सालों से इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर केवल प्रचार कर रही है। उन्होंने कहा कि भोपाल में हाल ही में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के नतीजे अभी सामने आने बाकी हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पर कमलनाथ के सवाल: 10 लाख रोज़गार का वादा, हकीकत में सिर्फ़ 20,000 मिले!
