State

मौनी अमावस्या हादसे पर के.के. मिश्रा का हमला, प्रशासन और वीआईपी कल्चर को ठहराया जिम्मेदार

भोपाल: प्रयागराज में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई दुर्घटना पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के.के. मिश्रा ने शासन-प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने इस हादसे को दुखद और चिंताजनक बताते हुए कहा कि “वीआईपी कल्चर” इस त्रासदी का एक प्रमुख कारण है।

प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

के.के. मिश्रा ने कहा कि सनातन धर्म के सच्चे संतों, आचार्यों और धर्मध्वजा के संवाहकों के प्रति जनता की आस्था अटूट है, लेकिन जब एक विशेष सुरक्षा प्राप्त वीआईपी को घाट पर साधु-संत खुद स्नान कराएं, तो यह धार्मिक परंपराओं का अनादर है।

वीआईपी संस्कृति पर उठाए सवाल

मिश्रा ने सवाल किया कि “क्या कोई राजनीतिक सनातनी हमें यह समझा सकता है कि किसी भी विशिष्ट राजनेता को साधु-संतों द्वारा दिया गया यह सम्मान सनातन धर्म की किस आचार संहिता का हिस्सा है?” उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों में राजनीति और वीआईपी संस्कृति का बढ़ता दखल चिंता का विषय है।

हिंदुत्व पर दोहरे मापदंड का आरोप

के.के. मिश्रा ने हिंदुत्व के दोहरे मापदंडों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर कोई फिल्म अभिनेत्री भगवा रंग की पोशाक पहनती है, तो हिंदुत्व के ठेकेदार हंगामा मचा देते हैं, लेकिन जब महाकुंभ के दौरान एक केंद्रीय मंत्री भगवा अंडर गारमेंट्स पहनकर स्नान करते हैं, तो वही लोग चुप्पी साध लेते हैं।

प्रशासन की जवाबदेही तय हो

इस घटना ने न केवल भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि राजनीति और धर्म के घालमेल को भी उजागर किया है। के.के. मिश्रा ने प्रशासन से इस हादसे की जिम्मेदारी तय करने की मांग की है।

Related Articles