भोपाल, । माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में “इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अवसर और चुनौतियां” विषय पर एक महत्वपूर्ण विमर्श का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने की। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के पूर्व विद्यार्थी और विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों से जुड़े संयुक्ता बनर्जी, अंकित शर्मा, अक्षय श्रीवास्तव, आशुतोष रंजन मालवीय और क्षितिज पांडेय ने अपने अनुभव साझा किए।
कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी का संबोधन:
कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने कहा कि पत्रकारिता और सिनेमा का संसार एक विशाल सृजनात्मक क्षेत्र है, जिसमें कोई सीमाएं तय नहीं की जा सकतीं। उन्होंने विद्यार्थियों को समस्या में जाकर जमीनी सच्चाई जानने का कौशल विकसित करने पर बल दिया। साथ ही, लगातार पुस्तकें पढ़ने और ज्ञान अर्जन करते रहने की भी सलाह दी। कुलगुरु तिवारी ने कहा कि पत्रकारिता केवल पेशा नहीं, बल्कि समाज निर्माण का सशक्त माध्यम है।
“आज कंटेंट ही किंग है” – संयुक्ता बनर्जी:
मुख्य वक्ता संयुक्ता बनर्जी ने डिजिटल मीडिया में थंबनेल और कंटेंट क्वालिटी की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में कंटेंट ही सफलता और असफलता तय करता है। संयुक्ता बनर्जी ने विद्यार्थियों को आगाह किया कि वे पत्रकारिता में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का अंधाधुंध उपयोग न करें, बल्कि अपनी सृजनात्मक सोच को प्राथमिकता दें।
“पत्रकारिता में धैर्य और मनोबल आवश्यक” – अंकित शर्मा:
पूर्व विद्यार्थी अंकित शर्मा ने विद्यार्थियों से कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए धैर्य और मनोबल को हमेशा बनाए रखें। उन्होंने जोर देकर कहा कि आत्मविश्वास और सतत प्रयास ही सफलता की कुंजी हैं।
कार्यक्रम का आयोजन और संचालन:
विमर्श का संयोजन इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. मोनिका वर्मा और सह-संयोजक डॉ. रामदीन त्यागी ने किया।
संचालन विश्वविद्यालय के विद्यार्थी आयुष और शुभ राणा ने किया।
आभार प्रदर्शन वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. अरुण खोबरे ने किया।
इस अवसर पर विभाग के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक राहुल खड़िया, मुकेश चौरासे, प्रोड्यूसर डॉ. मनोज पटेल, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
भोपाल: माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में “इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अवसर और चुनौतियां” पर विमर्श, कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी बोले- पत्रकारिता और सिनेमा सृजन का संसार
