भोपाल। वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन में विभिन्न अनियमितताओं को लेकर *निगम मंडल बोर्ड परिषद* के वरिष्ठ कर्मचारी नेता *अनिल बाजपेई* ने मुख्यमंत्री *डॉ. मोहन यादव* और मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। इस पत्र में वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के पिछले तीन वर्षों के सभी निर्माण और स्थानांतरण आदेशों की समीक्षा और जांच कराने की मांग की गई है।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि रीवा संभाग में 16 करोड़ रुपये का टेंडर पारित किया गया, लेकिन 6 महीने बाद अतिरिक्त 14 करोड़ रुपये का भी स्वीकृति दी गई। कई अन्य टेंडरों में 50 गुना अधिक राशि का भुगतान हुआ, जिसे लेकर जांच की मांग उठाई गई है। इसके अलावा, 10 करोड़ रुपये के सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के बावजूद, उनकी वास्तविकता पर सवाल उठाते हुए थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन की जांच भी मांगी गई है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि 3612 कर्मचारियों को अचानक प्राइवेट कंपनी में स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे संगठनों ने विरोध जताया। इस स्थानांतरण से निगम को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है, जिसकी जांच की मांग की गई है।
इसके साथ ही, ओबैदुल्लागंज, पिपरिया और बकतरा में गेहूं की खराबी और गोदामों में रखे गए अनाज की स्थिति पर भी सवाल उठाए गए हैं। एक गुजरात की प्राइवेट कंपनी द्वारा 122 करोड़ रुपये का गेहूं सड़ने और 30 करोड़ रुपये की अनियमित पेमेंट के आरोप लगाए गए हैं।
पत्र में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से सभी बिंदुओं पर गहन जांच की मांग की गई है, दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की गई है।