दीपावली पर रद्दी से शिक्षा का दीप जलाएं – मंथन फाउंडेशन की रद्दी कैंपेन 5.0
भोपाल: मंथन फाउंडेशन ने इस दिवाली गरीब और जरूरतमंद बच्चों के लिए शिक्षा का नया अध्याय लिखने के उद्देश्य से “ख्वाहिशें – एक कोशिश बदलाव की” नामक रद्दी कैंपेन 5.0 शुरू किया है। यह फंड रेजिंग पहल लोगों से उनकी बेकार रद्दी को दान में लेकर उसे कबाड़ीवालों के माध्यम से बेचकर बच्चों की शिक्षा में निवेश करती है।
रद्दी दान से शिक्षा का संकल्प
हर साल दीपावली पर लोग घरों की सफाई के दौरान पुराने अखबार, किताबें, पुट्ठे, इलेक्ट्रॉनिक सामान और कपड़े जैसी वस्तुएं निकालते हैं। ये चीजें भले ही आपके लिए बेकार हों, लेकिन मंथन फाउंडेशन इन्हें शिक्षा का जरिया बना रहा है। इस रद्दी को बेचकर फाउंडेशन उन बच्चों की मदद करता है जो शिक्षा से वंचित हैं।
कैंपेन की खासियत
इस अभियान में 20 युवा स्वयंसेवक शहर के अलग-अलग इलाकों से रद्दी इकट्ठा कर रहे हैं। विभिन्न सोसायटियों में रद्दी डोनेशन बॉक्स रखवाए गए हैं ताकि लोग आसानी से योगदान कर सकें।
मंथन फाउंडेशन के प्रतिनिधि सौरव देओल ने बताया कि पिछले वर्ष इस कैंपेन में 1200 किलो रद्दी और 5000 से अधिक पुराने कपड़े इकठ्ठा किए गए थे। इस बार अभियान 27 अक्टूबर तक चलाया जाएगा, और उम्मीद है कि ज्यादा लोग इस पहल में भाग लेंगे।
क्या-क्या दान कर सकते हैं?
अखबार
पुरानी किताबें और पत्रिकाएं
पुट्ठे और बॉटल्स
पुराने कपड़े
इलेक्ट्रॉनिक सामान और खिलौने
कैसे करें योगदान?
इस दीपावली, आप भी अपनी रद्दी और बेकार सामान दान करके जरूरतमंद बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं। इस छोटे से योगदान से न केवल पर्यावरण को फायदा होगा, बल्कि शिक्षा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव भी आएगा।
आपकी रद्दी बेकार नहीं – यह बच्चों की शिक्षा का आधार बन सकती है।