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लोकायुक्त ट्रैप: बिजली कंपनी का जूनियर इंजीनियर एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ा, आउटसोर्स कर्मचारी भी गिरफ्तार

इंदौर। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सुभाष नगर जोन में कार्यरत एक जूनियर इंजीनियर को लोकायुक्त पुलिस ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने यह रिश्वत अपने अधीनस्थ आउटसोर्स कर्मचारी के माध्यम से ली। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई जारी है।

शिकायत और ट्रैप का पूरा घटनाक्रम

लोकायुक्त डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया और आर.डी. मिश्रा ने बताया कि प्रिंस यशवंत रोड निवासी चाणक्य शर्मा ने 23 अक्टूबर को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। शर्मा का आरोप था कि जूनियर इंजीनियर पुष्पेंद्र साहू ने उनके मकान में नए घरेलू बिजली कनेक्शन देने के बदले रिश्वत मांगी थी। मकान नंबर 45 न्यू 34, पी.वाई. रोड, इंदौर में पहले से तीन व्यवसायिक कनेक्शन लगे हुए हैं, और शर्मा ने एक नए घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन किया था।

पुष्पेंद्र साहू ने मकान का सर्वे करने के बाद पुराने व्यवसायिक पैनल से घरेलू कनेक्शन जोड़ने के बदले दो लाख रुपये की मांग की। बातचीत के बाद रिश्वत की राशि घटाकर एक लाख रुपये तय की गई।

लोकायुक्त टीम की कार्रवाई

शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त ने एक विशेष टीम गठित की, जिसमें इंस्पेक्टर प्रतिभा तोमर, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक पवन पटोरिया, शिवप्रकाश पाराशर, चंद्र मोहन बिष्ट और म.आर. सोनम चतुर्वेदी शामिल थे।

टीम ने योजनाबद्ध तरीके से 24 अक्टूबर को ट्रैप कार्रवाई की और आउटसोर्स कर्मचारी अज़हरुद्दीन कुरैशी के माध्यम से रिश्वत लेते हुए जूनियर इंजीनियर पुष्पेंद्र साहू को रंगे हाथों पकड़ लिया। दोनों आरोपियों के खिलाफ अग्रिम कानूनी कार्रवाई जारी है।

प्रमुख बिंदु

स्थान: सुभाष नगर जोन, मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी

आरोपी: पुष्पेंद्र साहू (जूनियर इंजीनियर), अज़हरुद्दीन कुरैशी (आउटसोर्स कर्मचारी)

रिश्वत की राशि: ₹1 लाख

धारा: भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई


इंदौर लोकायुक्त की इस सफल कार्रवाई ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख दिखाया है।

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