मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन, राज्य सूचना आयोग के आयुक्तों पर गंभीर आरोप
भोपाल, : मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात कर राज्य सूचना आयोग के आयुक्त ओंकारनाथ और वंदना गांधी को पद से हटाने और उनके खिलाफ उच्च स्तरीय जांच की मांग की। कर्मचारी मंच ने आरोप लगाया है कि दोनों आयुक्तों ने आयोग में पदस्थ स्थाई कर्मचारियों के मानव अधिकारों का हनन किया और उनका शोषण किया।
राज्य सूचना आयोग के आयुक्तों पर क्या हैं आरोप?
मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि राज्य सूचना आयुक्त ओंकारनाथ और वंदना गांधी पिछले चार महीनों से कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे थे और उनसे जबरन अनुचित कार्य करवाने का दबाव डाल रहे थे। इस मामले में पीड़ित कर्मचारियों संतोष पटेल और संतोष कुशवाहा ने संगठन को लिखित शिकायत दी थी।
कर्मचारी मंच का आंदोलन जारी रहेगा
संगठन ने पहले मुख्य सूचना आयुक्त को ज्ञापन सौंपा था।
इसके बाद मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष को भी शिकायत दी गई।
अब राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है।
आगे की रणनीति
मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच ने साफ किया कि यदि आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं होती, तो चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। संगठन ने चेतावनी दी है कि जब तक आयुक्तों को पदमुक्त नहीं किया जाता और सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।