लखनऊ: महाकुंभ 2025 की तैयारियों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रयागराज के प्रसिद्ध रसूलाबाद घाट का नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद घाट कर दिया है। इस फैसले का स्वागत करते हुए साधु-संतों ने इसे भारतीय संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान में ऐतिहासिक कदम बताया है।
नाम परिवर्तन का महत्व
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए घाट का नाम बदलने का फैसला लिया गया है। स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद की स्मृति में यह कदम उठाया गया, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान और योगदान को याद रख सकें।
साधु-संतों की प्रतिक्रिया
इस फैसले पर अखाड़ा परिषद और अन्य संत समुदाय ने अपनी खुशी व्यक्त की है। साधु-संतों ने इसे भारतीय संस्कृति और धर्म से जोड़ने की दिशा में एक सराहनीय कदम बताया है।
महाकुंभ की तैयारियों पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ 2025 के लिए घाटों और अन्य धार्मिक स्थलों का विकास कार्य तेजी से चल रहा है। नाम परिवर्तन के साथ ही घाट पर आधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु बेहतर अनुभव ले सकें।