मार्च इक्विनॉक्स 2025: आज पहली बार सूर्य पूर्व से उदित होकर पश्चिम में अस्त होगा : सारिका घारू

भोपाल । इस साल पहली बार सूर्य आज पूर्णत: पूर्व से उदित होकर पश्चिम में अस्त होगा। यह खगोलीय घटना मार्च इक्विनॉक्स के रूप में जानी जाती है और वर्ष में सिर्फ दो बार होती है। इससे पहले यह घटना 22 सितंबर 2024 को हुई थी, और अब 6 महीने के अंतराल के बाद फिर से हो रही है।
क्या है मार्च इक्विनॉक्स?
खगोल विज्ञान विशेषज्ञ एवं नेशनल अवार्ड विजेता विज्ञान प्रसारक सारिका घारू के अनुसार, भारतीय समयानुसार दोपहर 2:31 बजे सूर्य भूमध्य रेखा के ठीक लंबवत होगा। इसका मतलब है कि सूर्य आज बिल्कुल पूर्व दिशा से उदित होगा और ठीक पश्चिम दिशा में अस्त होगा।
गलतफहमी: दिन-रात बराबर नहीं होते
सारिका घारू ने बताया कि आम धारणा के विपरीत, इक्विनॉक्स के दिन दिन और रात बराबर नहीं होते। उदाहरण के लिए, 15 मार्च 2025 को ही दिन और रात लगभग बराबर हो गए थे, जबकि 20 मार्च को दिन की अवधि 12 घंटे 06 मिनट से अधिक होगी।
आज का विशेष खगोलीय संयोग
सूर्य आज पूरी तरह पूर्व से निकलेगा और पश्चिम में अस्त होगा। यह घटना साल में सिर्फ दो बार होती है – अगला इक्विनॉक्स 22 सितंबर 2025 को होगा। दिन और रात पूरी तरह बराबर नहीं होते, बल्कि कुछ दिन पहले ही यह संतुलन बन जाता है।
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अगली समान घटना: 22 सितंबर 2025
साल में दो बार सूर्य एक्सैक्ट पूर्व से निकलता और पश्चिम में डूबता है – मार्च इक्विनॉक्स और सितंबर इक्विनॉक्स। अगली बार यह घटना 22 सितंबर 2025 को होगी।