आगामी चलित न्यायालय और दिव्यांगजन सहायता शिविर की व्यवस्थाओं पर बैठक: सांसद और आयुक्त ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश
भोपाल, : आगामी चलित न्यायालय और दिव्यांगजन सहायता शिविर की व्यवस्थाओं पर चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण एडवोकेसी बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता सांसद डॉ. राजेश मिश्रा और आयुक्त निःशक्तजन कल्याण संदीप रजक ने की।
**मामले पर प्रमुख निर्देश:**
– **विशेष शिविर:** सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने दिव्यांगजनों के निःशक्तता प्रमाण पत्र के लिए विशेष शिविरों के आयोजन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करना चाहिए ताकि कोई भी दिव्यांग व्यक्ति शासन की योजनाओं से वंचित न रहे।
– **चिन्हांकन की प्राथमिकता:** आयुक्त संदीप रजक ने जिले के शतप्रतिशत दिव्यांगजनों का चिन्हांकन प्राथमिकता से करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने बताया कि अब तक सात प्रकार की अक्षमता को दिव्यांगता में शामिल किया गया था, लेकिन अब 21 प्रकार की दिव्यांगताओं को मान्यता दी गई है, जिसमें सिकल सेल एनीमिया, स्पीच और लैंग्वेज डिसेबिलिटी, और थैलेसीमिया जैसे मुद्दे शामिल हैं।
– **मेडिकल बोर्ड और शिविर:** आयुक्त ने कहा कि दिव्यांगजनों के निःशक्तता प्रमाण पत्र बनाने के लिए जिला चिकित्सालय में सप्ताह में दो दिन मेडिकल बोर्ड की सुविधा उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही विकासखंड स्तर पर भी विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
– **सुविधाओं का प्रचार:** आयुक्त ने शासकीय कार्यालयों, ग्राम पंचायतों, और शैक्षणिक संस्थाओं में दिव्यांगजन सुविधाओं का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी यात्री बसों में दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित सीट और किराया में छूट की जानकारी प्रदर्शित करने की बात भी कही।
– **निर्माण मानक:** दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत भवनों में रैम्प का निर्माण अनिवार्य बताया गया। आयुक्त ने निर्माण एजेंसियों को नोटिस जारी करने और मानक के अनुसार रैम्प निर्माण की हिदायत दी।
**सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना:**
कलेक्टर श्री सोमवंशी ने बताया कि जून-जुलाई में शून्य शक्ति अभियान के तहत 3187 नए हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत की गई। आगामी सितंबर में शून्य शक्ति अभियान 2.0 के तहत दिव्यांगजन योजनाओं का प्राथमिकता से क्रियान्वयन किया जाएगा।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री राजेश शाही, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद श्रीवास्तव और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।