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MP लोक निर्माण विभाग का पहली बार सॉफ्टवेयर आधारित औचक निरीक्षण, 1 अभियंता निलंबित, 2 ठेकेदार ब्लैकलिस्ट

भोपाल, । मध्यप्रदेश लोक निर्माण विभाग (PWD) में पहली बार पूरी तरह से सॉफ्टवेयर आधारित औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान 35 निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांची गई, जिसमें मानकों पर खरा न उतरने के कारण 1 अभियंता को निलंबित कर दिया गया, जबकि 2 ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर सख्त कार्रवाई की गई।

कैसे हुआ डिजिटल औचक निरीक्षण?

इस निरीक्षण में 7 मुख्य अभियंताओं की टीम ने राज्य के 7 परिक्षेत्रों में निर्माण कार्यों की समीक्षा की। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए निरीक्षण स्थल, दल और सैंपल का चयन पूरी तरह से रेंडम सॉफ्टवेयर के जरिए किया गया, जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना खत्म हो गई।

हर महीने होगी नियमित जांच, सख्ती से लागू होंगे गुणवत्ता मानक

लोक निर्माण विभाग ने यह भी घोषणा की है कि अब हर महीने 5 और 20 तारीख को इसी तरह का औचक निरीक्षण किया जाएगा। विभाग का कहना है कि इस पहल का उद्देश्य सड़कों और भवनों की गुणवत्ता में सुधार लाना और निर्माण कार्यों में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।

क्यों अहम है यह कदम?

मध्यप्रदेश सरकार लोक निर्माण परियोजनाओं में भ्रष्टाचार और लापरवाही खत्म करने के लिए लगातार सख्त कदम उठा रही है। पहली बार पूरी तरह डिजिटल और सॉफ्टवेयर-निर्धारित निरीक्षण प्रक्रिया अपनाने से नियंत्रण बेहतर होगा और दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।

लोक निर्माण विभाग की यह नई डिजिटल प्रणाली भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आने वाले समय में इसके सकारात्मक प्रभाव दिखने की उम्मीद है, जिससे मध्यप्रदेश में सड़क और भवन निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और अधिक बेहतर होगी।

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