भोपाल: अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक स्थलों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ, मध्यप्रदेश देश का प्रमुख पर्यटन गंतव्य बन चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी के मार्गदर्शन में, राज्य ने 2024 में पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। धार्मिक, सांस्कृतिक, ग्रामीण, साहसिक और फिल्म पर्यटन के क्षेत्र में किए गए इनोवेशन से न केवल पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के नए अवसर भी सृजित हुए हैं।
फिल्म पर्यटन: सबसे पसंदीदा राज्य बना मध्यप्रदेश
2024 में ‘स्त्री-2’, ‘भूलभुलैया-3’, ‘लापता लेडीज’ जैसी कई हिट फिल्मों और लोकप्रिय वेब सीरीज़ ‘गुल्लक-3’, ‘पंचायत-3’ की शूटिंग मध्यप्रदेश की खूबसूरत लोकेशन्स पर हुई। प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि राज्य की आकर्षक फिल्म पॉलिसी और सरल प्रक्रिया के चलते, देश-विदेश के फिल्म निर्माता मध्यप्रदेश को प्राथमिकता दे रहे हैं।
पहला क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज
चंदेरी के पास स्थित प्राणपुर को देश का पहला क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज घोषित किया गया। 2024 में इसे केंद्रीय सूचना मंत्रालय द्वारा ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ का खिताब भी मिला। 2025 में महेश्वर और अन्य स्थानों पर नए शिल्प गांव स्थापित करने की योजना है।
धार्मिक पर्यटन: महाकाल लोक से 20 नए धार्मिक स्थल
महाकाल लोक के निर्माण ने उज्जैन में पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा किया। 2024 में 6.5 करोड़ से अधिक पर्यटक यहां पहुंचे। राज्य सरकार 2025 तक ओंकारेश्वर, सलकनपुर, राजाराम लोक और अन्य 20 धार्मिक स्थलों पर आधारभूत संरचनाएं विकसित कर रही है।
ग्रामीण पर्यटन और होमस्टे का विस्तार
पर्यटन विभाग ने ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2024 तक 312 होमस्टे संचालित किए। 2025 में इनकी संख्या बढ़ाकर 350 करने की योजना है। इसके अलावा, बांधवगढ़ और अन्य क्षेत्रों में क्लीन डेस्टिनेशन प्रोजेक्ट लागू किया जाएगा।
महिलाओं द्वारा संचालित पर्यटन पहल
पचमढ़ी में महिला संचालित अमलतास होटल और चंदेरी के पास स्थित प्राणपुर कैफे जैसे उपक्रम महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बने।
अंतरराष्ट्रीय प्रचार और डिजिटल नवाचार
2024 में पर्यटन विभाग द्वारा जारी किया गया टीवीसी ‘मोह लिया रे’ सोशल मीडिया पर हिट रहा। 2025 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को प्रचारित करने के लिए नए टीवीसी और डिजिटल माध्यम जैसे 360-डिग्री वीडियो लॉन्च किए जाएंगे।
यूनेस्को में नई धरोहरें शामिल
2024 में मध्यप्रदेश की छह धरोहरें यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल हुईं। 2025 में भगोरिया आदिवासी नृत्य, गोंड चित्रकला, और नर्मदा परिक्रमा को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर में शामिल करने की योजना है।
एडवेंचर टूरिज्म और कनेक्टिविटी
राज्य एडवेंचर टूरिज्म का हब बन रहा है। उज्जैन में स्काई डाइविंग फेस्टिवल और बफर जोन में साइक्लिंग, नेचर वॉक, और ट्रेकिंग जैसी गतिविधियां लोकप्रिय हो रही हैं। 2025 में जल और वायु कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए क्रूज टर्मिनल और नई वायु सेवाओं की शुरुआत होगी।
मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग की योजनाएं 2025 में इसे न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर पर्यटकों की पहली पसंद बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ रही हैं।