भिण्ड: बच्चों और किशोरों के लिए **राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय** और **राष्ट्रीय डिजिटल लाइब्रेरी** का अधिक से अधिक उपयोग करने के निर्देश **लोक शिक्षण संचालनालय** द्वारा जारी किए गए हैं। यह पहल **केंद्रीय स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग** द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य विभिन्न भाषाओं और शैक्षिक स्तरों पर बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली गैर-शैक्षणिक पुस्तकों की मुफ्त पहुँच प्रदान करना है।
**राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय एप** एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। यह एप्लिकेशन 3-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए अलग-अलग श्रेणियों में हजारों किताबें प्रदान करता है, जिसमें कहानियाँ, जीवनियाँ, वैज्ञानिक कहानियाँ और उपन्यास शामिल हैं। इसके अलावा, इसमें **डिजिटल रीडर्स क्लब**, इंटरैक्टिव सेशन और मॉनीटरिंग फीचर्स भी शामिल हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई पर नज़र रखी जा सके।
**राष्ट्रीय ई-पुस्तकालय** 22 भाषाओं में पढ़ने की सामग्री प्रदान करता है और लगातार नए शीर्षक जोड़े जा रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्कूलों के लाइब्रेरियन को छात्रों को इस एप का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। साथ ही, **बैगलेस डे** के तहत भी इस पुस्तकालय का उपयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया है।