दीपावली से पहले हमीदिया में नई बर्न यूनिट तैयार, डॉक्टरों की कमी से सर्जरी में मुश्किलें

भोपाल। दीपावली के दौरान पटाखों से जलने के मामलों में संभावित वृद्धि को देखते हुए हमीदिया अस्पताल ने तैयारी तेज कर दी है। अस्पताल में 20 बेड वाला अत्याधुनिक एयर-कंडीशंड बर्न यूनिट तैयार किया गया है, लेकिन डॉक्टरों की कमी के चलते इलाज में अभी भी चुनौतियां बरकरार हैं।

बर्न केस और सर्जरी के आंकड़े

हमीदिया अस्पताल हर साल लगभग 3,000 बर्न केस का इलाज करता है, जिनमें से लगभग 800 मरीजों को सर्जरी की जरूरत पड़ती है। हालाँकि, आवश्यक मेडिकल स्टाफ की कमी के कारण गंभीर मामलों की सर्जरी के लिए डॉक्टरों को कमला नेहरू अस्पताल से बुलाना पड़ता है।

डॉक्टरों और स्टाफ की कमी

वर्तमान में अस्पताल में दो मेडिकल ऑफिसर, एक एनेस्थीसिया विशेषज्ञ और एक प्लास्टिक सर्जन के पद खाली हैं। यदि इन पदों को शीघ्र भरा जाए, तो अस्पताल में इलाज की गुणवत्ता में काफी सुधार हो सकता है। यूनिट के अपग्रेडेशन के लिए केंद्र सरकार से 2.5 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई है।

स्वीकृत पद और सुविधाएं

बर्न यूनिट के लिए चार मेडिकल ऑफिसर, दो एनेस्थीसिया विशेषज्ञ और एक प्लास्टिक सर्जन के पद स्वीकृत हैं। इसके अतिरिक्त, 12 नर्स और चार टेक्नीशियन भी इस यूनिट का हिस्सा होंगे। सभी पदों के लिए आवश्यक योग्यता MBBS निर्धारित की गई है और वेतनमान भी उसी के अनुसार स्वीकृत है।

निष्कर्ष:
डॉक्टरों और विशेषज्ञों की कमी के बावजूद, हमीदिया अस्पताल ने नई बर्न यूनिट के जरिए दीपावली के दौरान बढ़ने वाले बर्न केस के लिए अपनी तैयारियों को मजबूत किया है। अब जरूरत है कि स्वीकृत पदों पर जल्द से जल्द नियुक्तियाँ की जाएं, ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।

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