भारतीय न्याय संहिता में बड़े बदलावों की घोषणा की गई है, जिससे कई पुराने अपराधिक कानून बदलेंगे अपनी पहचान। दिसंबर 2023 में संसद द्वारा पारित तीन नए कानून 1 जुलाई, 2024 से पूरे देश में प्रभावी होंगे। इनमें भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम शामिल हैं। इन नए कानूनों में कई अपराधिक धाराओं को बदलकर प्रस्तुत किया गया है।
मुख्य बिंदुएं:
– धारा 316: ठगबंदी – पहले धारा 420 के तहत जाना जाने वाला अपराध “ठगबंदी” अब भारतीय न्याय संहिता के अध्याय 17 में धारा 316 के तहत दर्ज किया जाएगा। इसमें संपत्ति चोरी के अपराध शामिल हैं।
– धारा 101: हत्या – अब हत्या के लिए पहले धारा 302 के तहत आरोपी को अब भारतीय न्याय संहिता के अध्याय 6 में धारा 101 के तहत सजा मिलेगी। इसमें मानव शरीर को प्रभावित करने वाले अपराध शामिल हैं।
– अन्य बदलाव – साथ ही, भारतीय न्याय संहिता में धाराएं 358 रह गई हैं, जो पहले 511 थीं। इसके साथ ही, अपराधिक कानून में कई अन्य प्रमुख बदलाव हुए हैं जैसे कि अपराधिक प्रक्रिया संहिता में भी।
ये बदलाव भारतीय कानून प्रणाली में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकते हैं, जो समाज में न्याय के प्रति विशेष ध्यान देते हुए उन्हें अधिक सुदृढ़ और प्रभावी बना सकते हैं।