मध्यप्रदेश पुलिस का नया रिकॉर्ड: 2024 में पहली बार एक वर्ष में 15 वीरता पदक

भोपाल: मध्यप्रदेश पुलिस के इतिहास में पहली बार, एक ही वर्ष में 15 वीरता पदक प्रदान किए जाएंगे। स्वतंत्रता दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर भारत सरकार ने यह घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार, राज्य में नक्सल गतिविधियों को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा निरंतर कार्रवाई की जा रही है। इस कड़ी में, नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान 4 मुठभेड़ों में 6 हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराने वाले 11 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, एक अन्य मामले में एक अधिकारी को वीरता पदक दिया जाएगा। इससे पहले गणतंत्र दिवस 2024 पर भी 3 पुलिसकर्मियों को वीरता पदक की घोषणा की गई थी।

**वीरता पदक के लिए सम्मानित पुलिसकर्मी**

एडीजी (गुप्त वार्ता) जयदीप प्रसाद ने बताया कि वीरता पदक से सम्मानित होने वाले पुलिसकर्मियों में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ, सेनानी मोतीउर्रहमान, सेनानी पुनीत गेहलोद, निरीक्षक आशीष शर्मा, उप निरीक्षक मोहम्‍मद अयूब खान, उप निरीक्षक मोहनलाल मरावी, उप निरीक्षक नामदेव शर्मा, सहायक उप निरीक्षक राजेश धुर्वे, सहायक उप निरीक्षक अरुण मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक अतुल कुमार शुक्ला और प्रधान आरक्षक हनुमंत टेकाम शामिल हैं। गणतंत्र दिवस 2024 पर सम्मानित किए गए पुलिसकर्मियों में निरीक्षक अंशुमान सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक अतुल कुमार शुक्ला, और प्रधान आरक्षक मनोज कुमार कापसे शामिल हैं। गौरतलब है कि सउनि अतुल कुमार शुक्ला और निरीक्षक आशीष शर्मा को पूर्व में भी दो-दो वीरता पदक मिल चुके हैं।

**राष्ट्रपति विशिष्‍ट सेवा पदक और सराहनीय सेवा पदक**

स्वतंत्रता दिवस 2024 की पूर्व संध्या पर प्रदेश के 4 पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रपति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इनमें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक चंचल शेखर, पुलिस महानिरीक्षक अरविंद कुमार सक्सेना, पुलिस महानिरीक्षक राजेश कुमार हिंगणकर, और पुलिस अधीक्षक रामाधार भारद्वाज शामिल हैं। इसके अलावा, 14 अन्य पुलिस अधिकारियों को सराहनीय सेवा पदक दिया जाएगा।

**नक्सलियों के खिलाफ वीरता**

प्रदेश में हॉकफोर्स के जांबाज कमांडों ने पिछले 5 वर्षों में 3.17 करोड़ के इनामी 20 हार्डकोर नक्सलियों को विभिन्‍न मुठभेड़ों में मार गिराया है। इन अभियानों में पुलिसकर्मियों ने अद्वितीय साहस और सूझबूझ का परिचय दिया। इस वर्ष की महत्वपूर्ण मुठभेड़ों में, बालाघाट के कमकोदादर जंगल क्षेत्र, कदला जंगल क्षेत्र, हर्राटोला जंगल, और जामसेहरा जंगल में हुई मुठभेड़ें शामिल हैं। इन अभियानों में पुलिसकर्मियों ने नक्सलियों पर भारी दबाव बनाकर राज्य को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाई है।

**सम्मानित होने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई**

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और डीजीपी सुधीर सक्सेना ने पदक प्राप्त करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। इन पदकों का वितरण 15 अगस्त 2025 के स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान किया जाएगा। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल विजेताओं के साहस और धैर्य को मान्यता दी है, बल्कि मध्यप्रदेश पुलिस के नेतृत्व की क्षमता को भी उजागर किया है।

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