भोपाल। नये कानूनों के तहत संगठित अपराध सिंडिकेट को समाप्त करने के लिए भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के क्राइम ब्रांच ने अपनी पहली बड़ी कार्रवाई की है। क्राइम ब्रांच ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 के अंतर्गत मध्य प्रदेश में पहली एफआईआर दर्ज की है, जो संगठित अपराधों की रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
संगठित अपराधों के खिलाफ तैयार क्राइम ब्रांच
भोपाल क्राइम ब्रांच ने नये कानूनों के पालन और संगठित अपराधों की रोकथाम के लिए क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट का गठन किया है। अगले 30 दिनों में यह यूनिट संगठित अपराधियों को चिन्हित कर उनकी जानकारी तैयार करेगी। विगत 10 वर्षों में भोपाल में सक्रिय गैंग्स और उनके नेटवर्क पर क्राइम ब्रांच विशेष ध्यान देगी।
अवैध संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई
गैंग के सदस्यों द्वारा अवैध रूप से अर्जित चल और अचल संपत्ति को चिन्हित कर कुर्की की जाएगी। क्राइम ब्रांच भोपाल द्वारा देशभर में सक्रिय संपत्ति संबंधी अपराधियों, नकबजनों, वाहन चोरों, सायबर अपराधियों, आदतन जुआ सट्टा, शराब, मादक पदार्थों के संगठित अपराधियों, मानव तस्करों, चोरी, झपटमारी, छल, ठगी, धोखाधड़ी, और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र बेचने वालों के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। साथ ही, अपराधों की काली कमाई से अर्जित संपत्ति को भी कुर्क किया जाएगा।
नई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट
क्राइम ब्रांच में गठित क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट संगठित अपराधियों की जानकारी संकलित करने और उनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए सक्रिय होगी। यह यूनिट विशेष रूप से भोपाल और प्रदेश के अन्य जिलों में सक्रिय संगठित अपराधियों को निशाना बनाएगी।