रिपोर्टर : पुखराज भटेले
भिंड में सड़क हादसों पर सरकार की चुप्पी – आखिर कब तक?
भिंड । NH-719 पर लगातार हो रही मौतों को लेकर पत्रकारों ने सवाल उठाया, लेकिन जवाब में क्या मिला? हंसी, ठहाके और सत्ता का अहंकार! जिस धरती ने अनेकों वीरों को जन्म दिया, वहां आज जनता की लाशें बिछ रही हैं और सरकार संवेदनहीन बनी बैठी है।
कितनी मौतें और चाहिए सरकार को?
ह
जारों माताएं अपने बेटों को खो चुकी हैं।
बहनें विधवा हो रही हैं, छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो रहे हैं।
NH-719 बना ‘मौत का हाईवे’, लेकिन सरकार बेखबर!
क्या किसी की जान की कोई कीमत नहीं है? क्या जनप्रतिनिधि ठेकेदारों के हाथ बिक चुके हैं?
जनता के खून से बनी सड़कें, लेकिन सरकार के पास जवाब नहीं!
जब पत्रकारों ने इन मौतों पर सरकार से जवाब मांगा, तो नेताओं ने ठहाके लगाए! ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए सत्ता के पास समय है, लेकिन NH-719 पर हो रही मौतों को रोकने की इच्छाशक्ति नहीं!
अब बस बहुत हुआ – जनता उठ खड़ी हुई है!
बहिष्कार करेंगे उन नेताओं का, जो मौत पर चुप हैं!
बहिष्कार करेंगे उस सरकार का, जो जनता के दर्द पर हंसती है!
बहिष्कार करेंगे उन जनप्रतिनिधियों का, जिनका जमीर मर चुका है!
बहिष्कार करेंगे उस सत्ता का, जिसने हमारी मातृभूमि को कब्रिस्तान बना दिया!
अब जनता बोलेगी – जो हंसे हमारे दर्द पर, वह कुर्सी के लायक नहीं!
जो जनता की मौतों पर चुप हैं, उन्हें अब जनसभा में घेरो! यह आवाज सिर्फ भिंड की नहीं, बल्कि पूरे देश की है। सत्ता को अब जनता की ताकत का एहसास कराना होगा!