भोपाल CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी पर गिरी गाज, अवैध नियुक्ति मामले में नोटिस जारी

भोपाल, ।  भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. प्रभाकर तिवारी पर अवैध नियुक्ति मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आरोप है कि एक डॉक्टर की अवैध नियुक्ति में उनकी संलिप्तता पाई गई, जिससे विभाग में भारी अनियमितता उजागर हुई है।

NSUI ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, की निलंबन की मांग

इस मामले को लेकर राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन ने डॉ. प्रभाकर तिवारी पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनके तत्काल निलंबन की मांग की है। NSUI पदाधिकारियों का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करेंगे।

“स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार के मास्टरमाइंड हैं डॉ. प्रभाकर तिवारी” – रवि परमार

NSUI नेता रवि परमार ने डॉ. प्रभाकर तिवारी को स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार का मास्टरमाइंड बताया है। उन्होंने कहा कि विभाग में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हो रही हैं और अवैध नियुक्तियों के नाम पर पैसों का खेल खेला जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

क्या है पूरा मामला?

सूत्रों के मुताबिक, भोपाल में हाल ही में एक डॉक्टर की अवैध नियुक्ति की गई थी, जिसमें बिना वैधानिक प्रक्रिया के नियमों को ताक पर रखकर पदस्थापना कर दी गई। इस गड़बड़ी की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंची, जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई और डॉ. प्रभाकर तिवारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई।

स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप, बढ़ सकती है कार्रवाई

CMHO पर लगे इन आरोपों के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो डॉ. प्रभाकर तिवारी पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है। मामला अब शासन के संज्ञान में आ चुका है और जल्द ही इस पर कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है।

निष्कर्ष:

भोपाल के CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अवैध नियुक्ति, भ्रष्टाचार के आरोप और NSUI के विरोध के बीच यह देखना अहम होगा कि स्वास्थ्य विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है। यदि जांच में दोष सिद्ध होता है, तो उनका निलंबन तय माना जा रहा है।

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