संवाददाता : शैलेंद्र भटेले
पन्ना (मध्य प्रदेश): पन्ना जिले के शाहनगर ब्लॉक की लमतरा पंचायत की सचिव संतोष सिंह के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। जनसुनवाई में अनुपस्थित रहने और ग्रामीणों की समस्याओं को नजरअंदाज करने के बाद अब सचिव ने पीड़ित ग्रामीणों पर ही गुस्सा निकालना शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों को धमकाने और काम के बदले पैसे मांगने के आरोप
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव संतोष सिंह ने वीडियो बनाने वाले पीड़ितों को फोन पर धमकाया और काम न करने की चुनौती भी दी। इसके अलावा, काम करने के बदले रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया गया है। इन घटनाओं के कारण गांव में सचिव का विरोध बढ़ता जा रहा है।
रसूख और सांठगांठ के चलते पद पर बनी हुई है सचिव
ग्रामीणों के भारी विरोध के बावजूद संतोष सिंह अपने राजनीतिक रसूख और प्रभावी संपर्कों के चलते लमतरा पंचायत का कार्यभार संभाल रही हैं। पंचायत में उनकी अनुपस्थिति के कारण ग्रामीणों के कई जरूरी काम लटके हुए हैं, जिससे नाराज ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है।
समय पर काम न होने से बढ़ रही परेशानी
जनसुनवाई में सचिव की लगातार अनुपस्थिति से ग्रामीणों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत में कामकाज ठप है और अधिकारी शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिससे गांव का विकास रुक गया है।
लमतरा पंचायत की सचिव के खिलाफ भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोपों ने पंचायत प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने शीघ्र कार्रवाई की मांग की है, ताकि पंचायत का कामकाज पटरी पर लौट सके और जनसुनवाई के माध्यम से उनकी समस्याओं का समाधान हो।