पन्ना, मध्य प्रदेश। जब भ्रष्टाचार और लापरवाही की खबरें प्रदेश की पंचायतों से आती हैं, ऐसे में पन्ना जिले की शाहनगर पंचायत ने विकास और ईमानदारी की अनोखी मिसाल पेश की है। सरपंच मनोज कुमार जैन ‘शीरू भैया’ और सचिव कुलभूषण चतुर्वेदी की निष्ठा और ईमानदारी ने इस पंचायत को प्रदेशभर में चर्चा का केंद्र बना दिया है।
विकास कार्यों ने खींचा ध्यान
शाहनगर पंचायत में किए गए विकास कार्य किसी बड़े शहर की योजनाओं को टक्कर देते हैं। स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में मूर्तियों की स्थापना, श्मशान घाट का निर्माण, लक्ष्मीबाई का स्टेचू और नवीन पंचायत भवन जैसे कार्य यहां की उपलब्धियों में शामिल हैं। पंचायत भवन को खासतौर पर बेहद आकर्षक और आधुनिक बनाया गया है, जिसमें सभा कक्ष, सरपंच कक्ष, टॉयलेट, फव्वारा, गार्डन, एलईडी लाइट्स और एलईडी टीवी जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
अधिकारियों ने भी की सराहना
पंचायत भवन की सुंदरता और कार्यों की गुणवत्ता ने जिले के मंत्री, विधायक, कलेक्टर और जिला सीईओ सहित अन्य आला अधिकारियों का ध्यान खींचा है। यहां आने वाले अधिकारी विकास कार्यों की तारीफ किए बिना नहीं रहते।
भ्रष्टाचार के बीच ईमानदारी की मिसाल
जब प्रदेश की कई पंचायतें भ्रष्टाचार और लापरवाही का शिकार हैं, शाहनगर पंचायत ने ईमानदारी और विकास के नए मापदंड स्थापित किए हैं। यह पंचायत पन्ना जिले जैसे पिछड़े क्षेत्र से निकलकर प्रदेश के सामने सीना ताने खड़ी है।
सफलता की कहानी
यह सफलता सरपंच मनोज कुमार जैन और सचिव कुलभूषण चतुर्वेदी की कड़ी मेहनत और लगन का नतीजा है। इन दोनों की टीमवर्क ने शाहनगर पंचायत को वह मुकाम दिया, जो प्रदेश की दूसरी पंचायतों के लिए एक आदर्श बन गई है।
शाहनगर पंचायत की यह कहानी साबित करती है कि अगर ईमानदारी और निष्ठा हो, तो किसी भी क्षेत्र में बदलाव लाया जा सकता है।