भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित की जा रही पेपरलेस बूथ प्रणाली से भविष्य में निर्वाचन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यह नई तकनीक न केवल चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाएगी बल्कि निर्वाचन से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं में सुधार करेगी।
पेपरलेस बूथ प्रणाली से मिलने वाले प्रमुख लाभ:
1. निर्वाचन में 100% पारदर्शिता: मतदान की पूरी प्रक्रिया स्पष्ट और विश्वसनीय होगी, जिससे चुनावी विवादों की संभावना कम हो जाएगी।
2. रियल-टाइम डाटा शेयरिंग: मतदान प्रतिशत की जानकारी राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों, मीडिया हाउस, और आम जनता के बीच रियल-टाइम में साझा की जाएगी।
3. पीठासीन अधिकारियों के लिए सरल प्रक्रिया: नई प्रणाली से चुनाव अधिकारियों का कार्य अधिक सरल और सुगम होगा।
4. निर्वाचन व्यय में कमी: इस प्रणाली से शासन पर खर्च का बोझ कम होगा, जिससे आर्थिक संसाधनों की बचत होगी।
5. कर्मचारियों की मानसिक दबाव से मुक्ति: प्रणाली के सरलीकरण से शासकीय कर्मचारी चुनावी कार्य से घबराने या बचने की प्रवृत्ति से मुक्त हो सकेंगे।
6. राजनीतिक दलों का विश्वास बढ़ेगा: चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता से राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों का विश्वास बढ़ेगा, जिससे अनावश्यक विवादों में कमी आएगी।
7. गड़बड़ियों की आशंका खत्म: चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना लगभग शून्य हो जाएगी।
पेपरलेस बूथ प्रणाली के जरिए मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, सरल और विश्वसनीय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इस पहल से न केवल चुनावी खर्च में कमी आएगी, बल्कि चुनावी कार्य से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों का दबाव भी कम होगा।