उज्जैन में साधु-संतों के लिए स्थायी आश्रम की योजना, हरिद्वार मॉडल पर होगा विकास: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

उज्जैन, धार्मिक नगरी उज्जैन में साधु-संतों, महंतों, अखाड़ा प्रमुखों और महामंडलेश्वरों के लिए स्थायी आश्रमों का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि यह कार्य हरिद्वार की तर्ज पर किया जाएगा, ताकि धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को और सुदृढ़ बनाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन के नैसर्गिक धार्मिक स्वरूप को बनाए रखते हुए अधोसंरचना का विकास किया जाएगा। इस योजना के तहत मंदिरों, आश्रमों और तीर्थ-स्थलों का समुचित विकास किया जाएगा, जिससे साधु-संतों और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

उन्होंने आगे कहा कि इस विकास से सभी वर्गों के लिए समान अवसर सुनिश्चित होंगे और खुशहाली के नए द्वार खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि यह पहल उज्जैन को एक प्रमुख धार्मिक केंद्र के रूप में और सशक्त बनाएगी।

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